अपने बेबाक बयानों के लिए पहचाने जाने वाले हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर निशाना साधा है. साथ ही उन्होंने हिंदू संगठन बजरंग दल और भारतीय जनता पार्टी पर भा बयान दिया है. ओवैसी ने कहा है कि फेसबुक भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में था और इससे कि, अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ नफरत और हिंसा को बढ़ावा मिलता था.
सांसद ओवैसी ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बात रखी है. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर एक ट्वीट किया है. सांसद द्वारा वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक खबर को री-ट्वीट करते हुए लिखा गया है कि, “बजरंग दल और 2 अन्य समूहों को फेसबुक पर केवल इसलिए प्रतिबंधित नहीं किया गया था, क्योंकि वह (फेसबुक) बीजेपी नेताओं को नाराज नहीं करना चाहता था. फेसबुक ने यह भी आशंका जताई थी कि उसके कर्मचारियों और कार्यालयों पर हमला किया जा सकता था. बीजेपी को खुश रखने की लागत यह थी कि एफबी अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत और हिंसा को बढ़ाता था.”
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक और ट्वीट किया है. इस ट्वीट में उन्होंने फेसबुक पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि, ”फेसबुक की निष्क्रियता ने कई लोगों को जोखिम में डाला है. उसे भारतीयों की सुरक्षा और उसके निवेश/कर्मचारियों की सुरक्षा के बीच चयन करने के लिए मजबूर किया गया था. क्या सोशल मीडिया कॉरपोरेशनों को नियंत्रण में रखने के लिए “फ्रिंज” हिंसा का डर और सरकार की नाराजगी का इस्तेमाल किया गया है? क्या यही व्यापार करने में आसानी (इज ऑफ डूइंग बिजनेस) है?”









