गंगा नदी के किनारे शवों के कफन योगी सरकार के लिए बन रहे हैं मुसीबत

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By Shivani RathorePublished On: May 25, 2021

अर्जुन राठौर


योगी सरकार के लिए इन दिनों गंगा किनारे दफनाए गए शवों के कफन भारी मुसीबत बन रहे हैं इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि विदेशी मीडिया ने इस पूरे मामले को जिस तरह से प्रचारित किया है उससे विश्व भर में अलग ही प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है और यही वजह है कि अब योगी सरकार द्वारा अधिकारियों को कहा गया है कि शवों पर से कफन हटा दिए जाएं।

इस पूरे मामले को लेकर आज शवों के ऊपर से कफ़न हटाने के वीडियो बहुत तेजी से न केवल वायरल हो रहे हैं बल्कि नेशनल चैनल पर भी दिखाए जा रहे हैं कि किस तरह से वहां पर पुलिस के संरक्षण में शवों पर से कफन हटाए जा रहे हैं।

कुल मिलाकर यह भी कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में यदि किसी व्यक्ति की सांप काटने से मृत्यु होती है या फिर किसी कुंवारी लड़की की अप्राकृतिक ढंग से मृत्यु होती है तब भी उनके शवों को दफनाने की परंपरा है लेकिन वहां के कई लोगों का यह भी कहना है कि कोरोना काल में जितने अधिक शव दफनाए गए हैं उतने पहले नहीं आते थे।

जाहिर है कि कोरोना काल में सैकड़ों की संख्या में शवों को दफनाया गया है यही वजह है कि शव बहते हुए गंगा नदी में दिखाई दिए तो पूरे देश में ही नहीं विदेशों तक में हल्ला मच गया देखने वाली बात तो यह भी है कि योगी सरकार ने जो आंकड़े जारी किए हैं लोगों की मौतों को लेकर उनमें भी भारी अंतर दिखाई दे रहा है और यही कारण है कि कांग्रेस सहित अन्य दल भी इस पूरे मामले को लेकर योगी सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं ।