ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को कर्मफल दाता कहा गया है। वे व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार ही परिणाम देते हैं। जुलाई 2025 में शनि मीन राशि में वक्री हुए थे और तब से अब तक लगभग 138 दिनों तक उल्टी चाल चल रहे थे। वक्री अवस्था में जब शनि चलते हैं, तब जीवन की गति धीमी पड़ जाती है कार्यों में अड़चनें, निर्णयों में देरी और कभी-कभी अनावश्यक संघर्ष देखने को मिलता है। लेकिन अब राहत की घड़ी आने वाली है 28 नवंबर 2025 को शनि देव मीन राशि में ही मार्गी होने जा रहे हैं। यानी अब उनकी चाल सीधी हो जाएगी और वे अपने शुभ प्रभावों को खुलकर देने लगेंगे। शनि के मार्गी होते ही कुछ राशियों के लिए “विपरीत राजयोग” का निर्माण होगा, जो कठिनाइयों के बीच भी बड़ी सफलता, धन, पद और सम्मान के अवसर लेकर आएगा। आइए जानते हैं किन तीन राशियों के लिए यह समय होगा बेहद भाग्यशाली —
धनु राशि – बाधाओं का अंत और उन्नति की उड़ान
धनु राशि वालों के लिए यह समय परिवर्तनकारी साबित हो सकता है। आपकी कुंडली में शनि देव धन और लाभ भाव के स्वामी होकर चौथे भाव में मार्गी हो रहे हैं। अब तक जिन कामों में अड़चनें आ रही थीं, वे एक-एक कर दूर होंगी। व्यापार या करियर से जुड़ी रुकावटें समाप्त होंगी और कार्यों में फिर से रफ्तार लौटेगी। भूमि, भवन या वाहन खरीदने का सपना अब पूरा हो सकता है। यदि आप विदेश में नौकरी या व्यापार बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं, तो उसमें भी सफलता के योग हैं। अचानक धन लाभ या निवेश से फायदा संभव है। मानसिक सुस्ती और आलस्य से मुक्ति मिलेगी अब आप खुद को पहले से अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे। आपकी दिनचर्या में अनुशासन और दृढ़ निश्चय दिखाई देगा। कुल मिलाकर, यह समय धनु राशि वालों को मेहनत का सही प्रतिफल देगा। शनि की कृपा से घर और करियर दोनों में स्थिरता आएगी।
सिंह राशि – नौकरी, विवाह और सम्मान में बढ़ोतरी
सिंह राशि वालों के लिए शनि देव इस समय छठे और सातवें भाव के स्वामी होकर आठवें भाव में मार्गी होंगे। यह स्थिति देखने में चुनौतीपूर्ण लगती है, परंतु यही “विपरीत राजयोग” का मूल है — जो संघर्षों को सफलता में बदल देता है।नौकरीपेशा लोगों के लिए यह अवधि खासतौर पर लाभकारी है। पदोन्नति, वेतनवृद्धि और कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारियाँ मिलने के योग हैं।शनि की तीसरी दृष्टि दशम भाव पर पड़ने से कार्यक्षेत्र में नई पहचान बन सकती है। वहीं, सातवें भाव के सक्रिय होने से वैवाहिक जीवन की पुरानी परेशानियाँ दूर होंगी। यदि दांपत्य में मतभेद चल रहे थे, तो अब उनमें सामंजस्य लौटेगा। संतान सुख के योग भी प्रबल हैं। इस अवधि में सिंह राशि वाले लोग मान-सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि महसूस करेंगे। जो लोग राजनीति, समाज सेवा या किसी पब्लिक डोमेन में हैं, उन्हें जनता का समर्थन और लोकप्रियता मिलेगी। मानसिक तनाव कम होगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा।
मीन राशि – आत्मविश्वास, सफलता और धन लाभ के योग
मीन राशि के जातकों के लिए यह समय सबसे अधिक शुभ संकेत दे रहा है। शनि देव आपकी राशि में ही लग्न भाव में मार्गी हो रहे हैं और वे एकादश (लाभ) व द्वादश (व्यय) भाव के स्वामी हैं। इसका अर्थ है कि आपकी पहचान, व्यक्तित्व और भाग्य तीनों में सकारात्मक परिवर्तन आने वाला है। शनि की दृष्टि अब आपके तीसरे, सातवें और दशम भाव पर पड़ेगी। तीसरा भाव सक्रिय होने से पराक्रम और साहस बढ़ेगा, जिससे आप किसी भी चुनौती का सामना आत्मविश्वास से करेंगे। सातवें भाव पर दृष्टि वैवाहिक जीवन और साझेदारी में स्थिरता लाएगी। वहीं दशम भाव पर दृष्टि आपके करियर में मजबूती और प्रतिष्ठा देगी। जो जातक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अब मेहनत का परिणाम मिलेगा। आर्थिक स्थिति सुधरेगी, आय के नए स्रोत बनेंगे और बचत बढ़ेगी। संपत्ति, निवेश या वाहन से जुड़े कार्य सफल रहेंगे। मानसिक रूप से शांति और स्थिरता प्राप्त होगी। इसके साथ ही, मंगल ग्रह के नवम भाव में आने से भाग्य का प्रबल साथ मिलेगा। धर्म, अध्यात्म और यात्रा से जुड़े कार्यों में रुचि बढ़ेगी। कुल मिलाकर, शनि मार्गी होते ही मीन राशि वाले जातक अपने जीवन की नई दिशा देखेंगे — जहां संघर्षों की जगह सफलता, स्थिरता और संतोष का संयोग रहेगा।









