एडिलेड टेस्ट से पहले भारत को लगा एक बड़ा झटका, इस भारतीय खिलाड़ी ने लिया संन्यास, अब कभी नहीं खेलेगा क्रिकेट

srashti
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भारतीय क्रिकेट टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां वह पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेल रही है। वर्तमान में, भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी सीरीज में टीम इंडिया 1-0 से आगे चल रही है, और इस सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 6 दिसंबर से शुरू होने वाला है। लेकिन इस मैच के शुरू होने से पहले ही भारतीय क्रिकेट जगत से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एक भारतीय खिलाड़ी ने अचानक संन्यास का ऐलान किया है, और वह अब कभी भी पेशेवर क्रिकेट खेलते हुए नजर नहीं आएंगे। आइए जानते हैं कि यह खिलाड़ी कौन है, जिसने क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है।

कौन है वह भारतीय क्रिकेटर जिसने संन्यास का ऐलान किया है?

संन्यास का ऐलान करने वाले भारतीय क्रिकेटर का नाम आर्यमन विक्रम बिड़ला है। वह भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला के बेटे हैं, और खुद भी एक बड़े कारोबारी घराने से ताल्लुक रखते हैं। दिलचस्प बात यह है कि आर्यमन बिड़ला क्रिकेट के मैदान पर अपने खेल से ज्यादा अपनी व्यवसायिक उपलब्धियों के लिए पहचाने जाते हैं। वह क्रिकेट की दुनिया में सबसे अमीर खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं, लेकिन उनका क्रिकेट करियर काफी सामान्य रहा है।

27 साल की उम्र में संन्यास का ऐलान

आर्यमन बिड़ला ने महज 27 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। यह वाकई एक चौंकाने वाली बात है, क्योंकि उनका क्रिकेट करियर अभी अपने शिखर पर नहीं पहुंच पाया था। आर्यमन ने 2017 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था और 2018 में लिस्ट ए क्रिकेट में भी कदम रखा था। हालांकि, अब उन्होंने अपना क्रिकेट करियर समाप्त करने का ऐलान कर दिया है। उनका आखिरी मैच 2019 में था, जिसके बाद से वह टीम से बाहर चल रहे थे।

क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो

आर्यमन बिड़ला का क्रिकेट करियर ज्यादा खास नहीं रहा है। उन्होंने मध्य प्रदेश की ओर से कुल 9 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। इन 9 मैचों में उन्होंने 27.60 की औसत से 414 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। उनका सर्वोत्तम स्कोर 103* रन रहा। इसके अलावा, लिस्ट ए क्रिकेट में उन्होंने 4 मैचों में केवल 36 रन ही बनाए हैं, और उनका औसत महज 12.00 रहा।

क्रिकेट से ज्यादा व्यवसाय में पहचान

आर्यमन बिड़ला के क्रिकेट करियर की तुलना में उनकी पहचान व्यवसाय में ज्यादा है। वह बिड़ला ग्रुप के सदस्य हैं और भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में गिने जाते हैं। उनका ध्यान अब क्रिकेट से हटकर कारोबार में है, जहां उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है। उनका संन्यास उनके लिए एक नए अध्याय की शुरुआत हो सकता है, जिसमें वह अपने पारिवारिक व्यवसाय को और ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में काम करेंगे।

हालांकि आर्यमन बिड़ला का क्रिकेट करियर ज्यादा सफल नहीं रहा, लेकिन उनकी व्यवसायिक सफलता की कहानी अलग है। उन्होंने क्रिकेट को छोड़ने का फैसला किया है, और अब वह क्रिकेट की दुनिया में कभी वापसी नहीं करेंगे। 27 साल की उम्र में संन्यास लेने वाले इस युवा खिलाड़ी ने यह फैसला कर लिया है कि वह अब क्रिकेट से अलविदा ले रहे हैं और भविष्य में अपने व्यावासिक प्रयासों पर अधिक ध्यान देंगे।