कोरोना के कहर के बीच देश में म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस का खतरा अब लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना के बाद अब हर कोई इसकी चपेट में आ रहा है। ऐसे में अब तक देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्लैक फंगस के अब तक 8,848 मामले सामने आ चुके हैं। बता दे, इसी बीच कई राज्यों ने ब्लैक फंगस को महामारी भी घोषित कर दिया है।
वहीं इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए इस्तेमाल की जाने वाली एंटी-फंगल दवा एम्फोटेरिसिन-बी की डिमांड बढ़ती जा रही है। ऐसे में आज सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को एम्फोटेरिसिन-बी की कुल 23,680 अतिरिक्त वायल आवंटित किये गए हैं। जिसकी जानकारी रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौडा ने दी है।
आपको बता दे, इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को सुझाव देते हुए कहा था कि वो देश में बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए इंटरनेशनल स्तर पर दवा की खरीद करें। जानकारी के अनुसार, ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलो ने टेंशन बढ़ा दी है।
ऐसे में एक के बाद एक राज्य इसके खतरे को देखते हुए इसे महामारी घोषित कर रहे हैं। बीते दिन ही यूपी ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने वाला सातवां राज्य बन गया है। इसके अलावा लखनऊ में अब तक करीब सौ मरीजों का इलाज चल रहा है, वहीं नोएडा में 2 दर्जन के करीब केस सामने आए हैं।
इन राज्यों में है सबसे ज्यादा खतरा –
महाराष्ट्र में म्यूकरमाइकोसिस के 1,500 से ज्यादा मामले हैं और इसके कारण 90 मौतें हुई हैं।
गुजरात में म्यूकरमाइकोसिस के 1,163 मामलों का पता चला है और 61 लोगों की इससे मौत हो चुकी है।
मध्य प्रदेश में म्यूकरमाइकोसिस के 575 मामले और 31 मौतें हुई हैं।
हरियाणा में 268 मामले सामने आए हैं, जिसमें म्यूकरमाइकोसिस के कारण आठ मौतें हुई हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में म्यूकरमाइकोसिस के 203 मामले दर्ज किए गए हैं और इसके कारण एक मौत हुई है।
उत्तर प्रदेश में म्यूकरमाइकोसिस के 169 मामले दर्ज किए गए हैं और इससे आठ मौतें हुई हैं।
बिहार में अब तक 103 मामले आए हैं, म्यूकरमाइकोसिस के कारण 2 मौतें दर्ज की गई हैं।
छत्तीसगढ़ में 101 लोगों में म्यूकरमाइकोसिस पाया गया है और इससे राज्य में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
कर्नाटक में म्यूकरमाइकोसिस के 97 मामले सामने आए हैं, आधिकारिक आंकड़ों में किसी की मौत न हुई है।
तेलंगाना में म्यूकरमाइकोसिस के 90 मामलों का पता चला है और 10 मौतें भी दर्ज की गई हैं।