बीते 3 सालो में 21 लोगों को ही मिली सरकारी नौकरी, बेरोजगार भटक रहे 39 लाख युवा, जाने पूरी कहानी

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एमपी असेंबली में जब विपक्ष कांग्रेस के विधायक मेवाराम जातव ने मध्यप्रदेश में युवाओ की सरकारी नौकरी को लेकर कई सवाल उठाये जिसमे मध्यप्रदेश में बेरोजगारी कितनी है? साल में कितने लोगों को एमपी में सरकारी नौकरी मिल रही है? जिसके जवाब खुद प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने दिया है. जब यशोधरा राजे से Unemployment को लेकर सवाल पूछा गया तब सिंधिया को मजबूरन जवाब देना पड़ा.

यशोधरा राजे सिंधिया ने लिखित उत्तर में जवाब दिया कि ‘अब तक मौजूद आंकड़ों के हिसाब से राज्य में 39 लाख युवा बेरोजगार हैं. जबकि 2020 से अब तक 21 युवाओं को एमपी में सरकारी जॉब दी गई है.’ अगर सालभर पहले की बात करें तो 1 अप्रैल 2022 को जारी आंकड़ों में मध्यप्रदेश में बेरोजगार युवाओं की संख्या 25.8 लाख थी. इनमें से ज्यादातर सामान्य वर्ग और ओबीसी कैटेगरी से थे. कांग्रेस विधायक ने पूछा कि ‘एमपी के Employment Offices में रजिस्टर्ड युवाओं में से कितने शिक्षित और कितने अशिक्षित हैं? इन कार्यालयों के संचालन में कितना खर्च आता है? सरकार ने इस साल अगस्त तक 1 लाख नौकरियां देने का वादा किया है?’

इन सवालों के जवाब में सिंधिया ने कहा की, ‘राज्य के रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत आंकड़ों के मुताबिक 39 में से 37,80,679 युवा पढ़े-लिखे और 1,12,470 अशिक्षित हैं.’ उन्होंने बताया कि 21 आवेदकों को सरकारी नौकरी के अलावा 2,51,577 को रोजगार मेला  के जरिए प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स दी गई हैं. वित्तीय वर्ष 2021-22 में 16.74 करोड़ रुपये रोजगार ऑफिसेस के संचालन में खर्च हुए हैं.