महाकाल मन्दिर में अब बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम एवं बाल उत्पीड़न, को लेकर सख्त हुआ प्रशासन

Piru lal kumbhkaar
Published on:
उज्जैन। महाकालेश्वर मन्दिर को चाईल्ड फ्रेंडली राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली व्दारा घोषित करने के परिप्रेक्ष्य में जिला प्रशासन व्दारा संयुक्त अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान महाकाल परिसर में 4 बच्चों को तिलक लगाते हुए पाया गया था। बालकों को उनके सर्वोत्तम हित के लिए बाल कल्याण समिति उज्जैन के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति द्वारा उचित देखरेख एवं संरक्षण हेतु बाल देखरेख संस्थाओं के लिए आदेश किये गए।

must read: चौंका देगा कृषि कानूनों को लेकर, कृषि मंत्री का यह बयान, हम एक कदम पीछे जरूर चले गए हैं पर…..
रेस्क्यू अभियान में बाल कल्याण समिति उज्जैन के अध्यक्ष श्री शेरसिंह ठाकुर सदस्य श्रीमती गायत्री धनगर, महाकाल थाने से आरक्षक श्री शशांक एवं पंकज, महिला बाल विकास से संरक्षण अधिकारी अमृता सोनी, सामाजिक कार्यकर्ता श्री गौरव मित्तल, शिवराम शर्मा, किशोर पुलिस इकाई से प्रधान आरक्षक श्री मंसाराम मुजाल्दे एवं चाईल्ड लाईन से श्रीमती रेखा वासनिक एवं श्री योगेश बदरेला उपस्थित रहेI उक्त अभियान के सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री गौतम अधिकारी द्वारा बताया गया है कि कलेक्टर महोदय के दिशा निर्देश में यह अभियान सतत एक सप्ताह तक चलाया जाकर महाकाल मन्दिर में किसी भी तहर की बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम एवं बाल उत्पीड़न नहीं होने दिया जायेगा।