इंदौर को प्रीवेंटेबल ब्लाइंडनेस मुक्त कैसे किया जाए इस विषय पर सांसद शंकर लालवानी ने एक बड़ी बैठक बुलवाई। इस कार्यक्रम में पद्मश्री एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ विकास महात्में मुख्य अतिथि रहे। बैठक में उपचार योग्य अंधत्व मुक्त इंदौर बनाने पर चर्चा की गई। इस बैठक में आंखों के प्रतिष्ठित चिकित्सक, सर्जन, एनजीओ एवं समाजसेवी सम्मिलित हुए।
डॉ विकास महात्में ने नागपुर में मोतियाबिंद को खत्म करने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया था और सांसद शंकर लालवानी ने उनसे इंदौर को प्रीवेंटेबल ब्लाइंडनेस मुक्त बनाने के लिए मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया।
डॉ महात्में ने इंदौर की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये एक अद्भुत शहर है, यहां राजनीतिक इच्छाशक्ति, बेहतरीन प्राइवेट चिकित्सा की सुविधाएं और स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर आई के तौर पर एक अच्छी सरकारी संस्था उपलब्ध है और मोतियाबिंद को खत्म करने के लिए इकोसिस्टम मौजूद है।
सांसद शंकर लालवानी ने नागपुर में डॉ विकास महातमें के साथ हुई मुलाकात का ज़िक्र किया और कहा कि मा.प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प पूरे राष्ट्र को स्वस्थ बनाना है और इसलिए इंदौर को स्वस्थ बनाने के अभियान पर कई कार्य कर रहे हैं। प्रीवेंटेबल ब्लाइंडनेस मुक्त करने के लिए एक अभियान शुरू करने के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया।
स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर आई के डायरेक्टर डॉ प्रतीप व्यास ने बताया कि बताया कि देश की करीब डेढ़ प्रतिशत से ज़्यादा आबादी अंधत्व का शिकार है और इनमें से अधिकतर लोगों को ठीक किया जा सकता है। डॉ व्यास ने बताया कि इंदौर में करीब 1.25 लाख से ज़्यादा मरीज हो सकते हैं।
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित ने इंदौर में चल रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी।
Indore Divisional Ophthalmological Society के प्रमुख डॉ महेश गर्ग ने कहा कि शहर के सभी निजी अस्पताल एवं ऑप्थेमोलॉजी एसोसिएशन मिलकर इस अभियान में मदद करेंगे।