भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने संवाददाताओं से कहा कि वे मंडी के अपने मतदाताओं से तभी मिलेंगी जब वे उन्हें अपना आधार कार्ड दिखाएंगे। इसे लेकर कांग्रेस के नेता भड़क गये और कहा कि, उन्हे इस तरह से मिलने के लिए आम जन पर इस प्रकार का नियम लागू नहीं करना चाहिए।
अपने जन संवाद केंद्र का शुभारंभ करते हुए मंडी की सांसद ने कहा कि उन्हें लोगों से अपने आधार कार्ड दिखाने की आवश्यकता है क्योंकि हिमाचल प्रदेश में बहुत सारे पर्यटक आते हैं और वे मदद की पेशकश करने से पहले यह पुष्टि करना चाहती हैं कि कौन इस क्षेत्र का निवासी है। रणौत ने कहा कि इस कदम से स्थानीय लोगों की असुविधा कम होगी। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी यात्रा का उद्देश्य भी पहले ही कागज पर लिख लेना चाहिए।
रणौत ने संवाददाताओं से कहा कि एक लोकसभा सांसद के रूप में, उनका काम राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों को संबोधित करना है, न कि केवल स्थानीय विधानसभा या पंचायत के मामलों को। उन्होंने अपने मतदाताओं से उन मामलों को उनके ध्यान में लाने के लिए कहा जो उनकी भूमिका के दायरे में आते हैं, ताकि वे व्यापक मुद्दों को भी संबोधित कर सकें।
रनौत की टिप्पणी की कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने आलोचना की, जिन्होंने मंडी सीट से उनके खिलाफ चुनाव लड़ा था। सिंह ने कहा,’हम लोगों के प्रतिनिधि हैं। इसलिए, राज्य के हर वर्ग के लोगों से मिलना हमारी जिम्मेदारी है।’ उन्होंने कहा कि अगर लोग अपनी समस्याओं के बारे में बात करने के लिए उनसे मिलना चाहते हैं, तो उन्हें अपना आधार कार्ड लाने की जरूरत नहीं है।
नवनिर्वाचित सांसद को पिछले महीने चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर सीआईएसएफ के एक जवान ने थप्पड़ मारा था, जिसने 2020 में किसानों के साथ एकजुटता में महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के बारे में रनौत की टिप्पणी पर आपत्ति जताई थी। रनौत अपनी आगामी फिल्म इमरजेंसी, इंदिरा गांधी की बायोपिक के साथ एक अभिनेता के रूप में भी अपने करियर में वापसी करेंगी।