मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हाल ही में एक बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि खंडवा जिले के मांधाता थाने में आरोपित किशन मानकर की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। किशन को भाई और अन्य साथियों के साथ मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में थाने लाया गया था। किशन के भाई का कहना है कि उसे सांस की बीमारी थी लेकिन मृत्यु का असल कारण पीएम रिपोर्ट के आने के बाद पता चलेगा। मैंने मामले को गंभीरता से देखते हुए और निष्पक्ष जांच के लिए थाने के टीआइ, एएसआइ और दो आरक्षकों को तत्काल निलंबित के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, ओंकारेश्वर के मांधाता थाने में सोमवार देर रात एक आरोपी की पुलिस हिरासत में मौत होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बाइक चोरी के आरोप में पुलिस उसे और उसके भाई थाने लेकर आई थी। वहीं पूछताछ के बाद रात में उसकी हालत बिगड़ी और अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। इस मामले को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने टीआई गणपत कनेल, एसआई मायाराम समेत दो कांस्टेबल को निलंबित कर न्यायिक जांच के आदेश दिए है।
ऐसे में मान्धाता पुलिस ने खरगोन जिले के ग्राम गोगावां में रहने वाले किशन पिता जीवालाल ओर उसके भाई को बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। दोनो को सोमवार को पुलिस पकड़कर थाने लाई थी। अरोपितों से पांच बाइक बरामद कर ली थी। इससे पहले भी किशन पर चोरी के मामले में प्रकरण दर्ज होने की बात सामने आई है। सोमवार को रात के करीब 12 बजे किशन की तबियत अचानक खराब हो गई थी। उसे घबराहट होने पर पुलिसकर्मी उसे ओंकारेश्वर के सरकारी अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।