उज्जैन। सोमवार को भारत सरकार के केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के द्वारा हासामपुरा में 15 करोड़ रुपये की लागत से बनाये गये ‘शिव ज्ञान मोतीलाल चेरिटेबल नेत्र अस्पताल’ (Shiv Gyan Moti Lal charitable eye hospital) का वर्चुअल उद्घाटन किया गया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वड़तालधाम की स्वामीनारायण संस्था के गादीपति राकेश प्रसाद जी महाराज थे।
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि वाल्मिकीधाम के महन्त बालयोगी उमेशनाथजी महाराज, भर्तृहरि गुफा के महन्त रामनाथजी महाराज, मप्र शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, मप्र जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष माखनसिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल, कलेक्टर आशीष सिंह, विवेक जोशी, बहादुरसिंह बोरमुंडला, इकबाल सिंह गांधी, जिला पंचायत सदस्य शोभाराम मालवीय मौजूद थे। डॉ.कमलेश भट्ट के द्वारा अतिथियों का स्वागत और सम्मान किया गया।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर वर्चुअल उद्बोधन में कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 75वी पुण्यतिथि है। उन्होंने अहिंसा को पूरे विश्व में प्रस्थापित किया है। उज्जैन हमेशा से देश के आस्थावान श्रद्धालुओं के लिये आस्था का केन्द्र रहा है। यहां पर कालगणना होती थी। यहां के सभी मन्दिर समग्र विश्व के आकर्षण का केन्द्र रहे हैं। महाकाल लोक उज्जैन की भव्यता और आस्था को नई गति प्रदान कर रहा है। हम सभी के लिये हर्ष का विषय है कि आज उज्जैन जैसे धार्मिक नगर में धर्मार्थ नेत्र चिकित्सालय का शुभारम्भ होने जा रहा है। मंत्री शाह ने कहा कि इस अस्पताल में मोतियाबिंद, रेटिना और नेत्रों से सम्बन्धित अन्य रोगों का उपचार अत्याधुनिक मशीनों और अनुभवी डॉक्टरों के द्वारा किया जायेगा।
सरकार द्वारा आयुष्मान योजना के अन्तर्गत गरीबों का पांच लाख रुपये तक का इलाज नि:शुल्क किया जा रहा है। नेत्र अस्पताल प्रारम्भ होने से निश्चित रूप से स्थानीय जनता को बहुत सुविधा होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा कि हासामपुरा में नेत्र अस्पताल प्रारम्भ करने के लिये वे स्वामीनारायण संस्था के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। वड़ताल स्थित स्वामीनारायण संस्था ने विगत सिंहस्थ में उज्जैन में नेत्र शिविर लगाये थे। यहां पहले मन्दिर बनाया जाना था। लेकिन सभी जनों के हित के लिये यहां नेत्र चिकित्सालय बनाने का विचार किया गया। डॉ.कमलेश भट्ट ने अस्पताल के लिये उनके स्वामित्व की भूमि दान की। यहां नेत्र अस्पताल में उच्च स्तरीय तकनीक और उपकरणों के माध्यम से जनता का इलाज किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने अपनी ओर से सभी को शुभकामनाएं दी।
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कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि उक्त नेत्र अस्पताल में अत्यन्त नामिनल शुल्क में नेत्र रोगों का उपचार और सर्जरी की जायेगी। उक्त अस्पताल 50 बेडेड है और यहां अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। यहां मॉड्यूलर ओटी बनाया गया है। नेत्रों के सभी रोगों का यहां निदान किया जायेगा। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आने वाले समय में नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर लगाये जायेंगे और जनता को सहयोग दिया जायेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि हासामपुरा में आज प्रारम्भ होने वाले चेरिटेबल नेत्र अस्पताल में बहुत से सन्त पधारे हैं। ऐसे समागम बहुत कम देखने को मिलते हैं। आमजन की सेवा ही ईश्वर की सेवा होती है। स्वामीनारायण संस्था के बहुत-से सन्त और देश-विदेश से धर्मार्थी श्रद्धालु आज यहां एकत्रित हुए हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि होने के नाते मंत्री डॉ.यादव ने सभी का स्वागत और अभिनन्दन किया। उन्होंने कहा कि उज्जैन नगरी अत्यन्त प्राचीन और कालजयी नगरी रही है। सन्तों के आशीर्वाद से यहां धर्मार्थ नेत्र अस्पताल बनाया जायेगा। निश्चित रूप से इससे स्थानीय लोगों को बहुत सुविधा होगी। नेत्र सम्बन्धित सभी रोगों का यहां उपचार किया जायेगा। मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत राज्य सरकार के द्वारा गीता और रामायण को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। भारतीय संस्कृति में परोपकार की भावना हमेशा प्रमुख रही है। हमारे यहां नर सेवा ही नारायण सेवा मानी जाती है। मंत्री डॉ.यादव ने चिकित्सालय में योगदान देने वाले धर्मार्थी श्रद्धालुओं के प्रति धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन विभाष उपाध्याय ने किया।