आज के विधार्थियों को छत्रपति शिवाजी के प्रबंधन और सुशासन को अपने चरित्र में व्यावहारिक रूप से उतरना चाहिए । जो विद्यार्थी सपने देखते है उन्हे पूरा करना चाहते है, वो शिवाजी को अवश्य पढ़े समझे और गढ़ें । छत्रपति शिवाजी महाराज एक साधारण परिवार से आ कर असाधारण कार्य करते है और गुलामी से भरी मानसिक विकलांगता को समाप्त करके पूरे भारत को हिंदवी स्वराज्य का सपना देकर पूर्ण करते है।आज हम सपनों का भारत चाहते है वो छत्रपति शिवाजी ने हिंदवी स्वराज्य की स्थापना करके प्रस्तुत कर दिया था। उक्त विचार देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और हिंदवी स्वराज्य समारोह समिति इंदौर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में “वर्तमान परिप्रेक्ष्य में छत्रपति शिवाजी महाराज का सुशासन एवं प्रबंधन” कार्यक्रम रखे गये।
कार्यक्रम देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के तक्षशिला परिसर के मुख्य सभागृह के संपन्न हुआ। कार्यक्रम में कुलपति रेणु जैन ने कहा कि विद्यार्थी इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रबंधन सीखे, उसे सार्थक करने का प्रयास करें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद श्री शंकर लालवानी जी ने छत्रपति शिवाजी को एक महाननायक बताया उन्होंने कहा वो जो ठान लेते थे उसे संकल्प लेकर पूर्ण करते थे।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण कुलसचिव डॉ अजय वर्मा ने दिया। कार्यक्रम का प्रस्तावना हिंदवी स्वराज्य समारोह समिति के संयोजक सागर चौकसे ने रखा उन्होंने बताया की हम छत्रपति शिवाजी महाराज का 350 वाँ राज्याभिषेक बना रहें है इसके अंतर्गत इंदौर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए है यह व्याख्यान भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है। कार्यक्रम का संचालन श्री सचिन शर्मा जी ने किया कार्यक्रम का आभार श्री राजीव जी दीक्षित ने माना।