• भारत में लेटेस्ट एल्यूमिनियम एक्सट्रूज़न टेक्नोलॉजी लाने की है योजना
• रेल डिब्बों के निर्माण में एक्सट्रूडर एल्यूमीनियम की भूमिका है अहम्
• कम वजन वाला एल्यूमीनियम ट्रेनों की गति, कार्बन उत्सर्जन में करती है सुधार
• रेल यात्रा के लिए देता है सुन्दर डिज़ाइन, वर्ल्ड क्लास कम्फर्ट
• डोमेस्टिक मन्युफैक्चारिंग कैपेबिलिटीज़ में है चैंपियन
मुंबई, 12 सितंबर, 2023। विश्व की सबसे बड़ी एल्यूमीनियम रोलिंग और रीसाइक्लिंग कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने स्ट्रक्चर्ड और वैल्यू एडेड एल्यूमिनियम एक्सट्रूज़न के उत्पादन के लिए इस क्षेत्र की विशेषज्ञ इटली की प्रसिद्ध मेट्रा एसपीए के साथ टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप की है। इस साझेदारी का उद्देश्य भारत में हाई-स्पीड एल्यूमीनियम रेल कोचों के निर्माण के लिए बड़े आकार के एल्यूमिनियम एक्सट्रूज़न और फैब्रिकेशन टेक्नोलॉजी के उत्पादन को सुनिश्चित करना है। यह भारत सरकार की बेहतर डोमेस्टिक मन्युफैक्चारिंग कैपेबिलिटीज़ को बढ़ावा देने के लक्ष्य को सफल बनाने में हिंडाल्को की महत्वपूर्ण भूमिका को भी दर्शाता है।
एल्युमीनियम मैन्युफैक्चरिंग में हिंडाल्को के लम्बे अनुभव और एल्यूमिनियम एक्सट्रूज़न, मशीनिंग और वेल्डिंग में मेट्रा की अत्याधुनिक जानकारी को एक साथ लाकर, यह साझेदारी विश्व स्तरीय तकनीक को भारत में लाने के लिए एक ठोस कदम है जो वर्तमान में सिर्फ यूरोप, चीन, जापान और कुछ अन्य देशों के पास ही है। हिंडाल्को का यह गठबंधन दुनिया के सबसे बड़ा रेल नेटवर्क चलाने वाले भारतीय रेलवे के अपग्रेडेशन प्रोग्राम नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में मदद करता है।
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के मैनेजिंग डायरेक्टर सतीश पई ने कहा, “भारत में पैसेंजर ट्रेनों के लिए एल्यूमिनियम एक्सट्रूज़न के एक नए युग की शुरुआत हो रही है इसके लिए मेट्रा के साथ जुड़कर हमें बहुत खुशी हो रही है। कॉमर्शियल वाहनों, मालवाहक गाड़ियों, इलेक्ट्रिक वाहनों और पैसेंजर ट्रेन एप्लीकेशन में उपयोग होने वाले एल्यूमीनियम का उत्पादन हमारी क्षमता के अनुरूप है। दोनों कंपनियों की विशेषज्ञता इन ट्रेनों की एफिशिएंसी, ड्यूरेबिलिटी और सस्टेनेबल परफॉर्मेंस को बढ़ाएगी और भारतीय रेल उद्योग के लिए नए मानक स्थापित करेगी।”
रेलवे सेक्टर में, एक्सट्रूडेड एल्युमीनियम अग्रणी भूमिका निभाता है, क्योंकि यह वजन में कम होकर भी यांत्रिक शक्ति को बढ़ाता है। परिवहन क्षेत्र के लिए एल्युमीनियम एक्सट्रूज़न बनाने में मेट्रा को 60 साल का अनुभव है, रेलवे एक्सट्रूज़न के निर्माण और मशीनिंग में इसका स्पेशलाइजेशन इस इटालियन कंपनी को रेलवे के लिए हाई-एंड सब-असेंबली के डिजाइन और आपूर्ति करने की अतिरिक्त क्षमता प्रदान करता है।
मेट्रा एसपीए के सीईओ एनरिको ज़म्पेड्री ने कहा, “हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के साथ साझेदारी वैश्विक स्तर पर हमारी एल्यूमीनियम एक्सट्रूज़न तकनीक की क्षमताओं को दिखाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है। एक साथ मिलकर, हम भारत में हाई-स्पीड ट्रेन निर्माण के लिए एल्यूमीनियम एक्सट्रूज़न को एक नया आकार देने के लिए तैयार हैं, जिससे इस क्षेत्र को शानदार इटालियन एक्सपरटाईज़ और भारतीय बाजार का ज्ञान मिल सकेगा।”
भारतीय रेलवे रेल लाइनों और स्टेशनों जैसे बुनियादी ढांचे के साथ-साथ उच्च गति वाले वातानुकूलित गाड़ियों के निर्माण में एक डायनेमिक मेकओवर की शुरुआत करने जा रहा है। आरामदायक और तेज यात्रा के लिए पहचानी जाने वाली वर्ल्ड क्लास ट्रेन वंदे भारत रेल परिवहन के क्षेत्र में भारत के उज्जवल भविष्य को दर्शाता है। 200 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से चलने के लिए डिज़ाइन की गई यह शानदार ट्रेन का सुचारू रूप से संचालन एल्युमीनियम के उपयोग से ही संभव है।
वंदे भारत ट्रेनों के लिए पैसेंजर कोच बनाने के लिए हिंडाल्को ने इस परियोजना में 2,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है यह प्रौद्योगिकी गठबंधन इस प्रयास में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी प्रदान करेगा।
उच्च गति वाले रेलवे कोचों के निर्माण में मजबूत हाई ग्रेड एल्यूमीनियम अलॉय दुनिया भर में पसंद की जाने वाली मेटल बन गई है, जो अपने हल्के वजन के कारण सुन्दर डिजाइन और अधिक गति देती है। यूरोप, चीन एवं जापान में उपनगरीय मेट्रो सिस्टम, हाई-स्पीड इंटर सिटी और लंबी दूरी की रेल ट्रैफिक की रेल कारों को बनाने के लिए एल्यूमीनियम का उपयोग किया जाता है।
हालांकि एल्यूमीनियम रेल कारों के लिए अपफ्रंट कॉस्ट थोड़ी ज्यादा है, लेकिन लम्बे समय में रेल इंफ्रास्ट्रक्चर और कार्बन उत्सर्जन के माध्यम से यह बचत महत्वपूर्ण हो सकती है। एल्यूमीनियम का उपयोग एयरोडायनेमिक रेसिस्टेंट, ट्रांसमिशन लॉस को कम करने और रोलिंग स्टॉक में कम टूट-फूट के कारण एनर्जी एफिशिएंसी को बढ़ाता है।
पिछले साल अक्टूबर में, हिंडाल्को ने भारत का पहला ऑल-एल्यूमीनियम लाइटवेट फ्रेट रेक लॉन्च किया, जो न केवल उच्च गति और अधिक पेलोड पर ट्रिप पेलोड प्रदान कर रहा है, बल्कि अपने पूरे जीवनकाल में 14,500 टन से अधिक CO2 बचाएगा। कंपनी आने वाले महीनों में सीमेंट और खाद्यान्न जैसी वस्तुओं में भी फ्रेट वैगन के तीन और डिजाइन पेश करने की योजना बना रही है।