पिछले कुछ दिनों से देश में पतंजलि कंपनी पर कई सवाल उठ रहे हैं। पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन मामले में आज एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। इससे पहले 2 और 10 अप्रैल को हुई सुनवाई में पतंजलि की ओर से माफीनामा दाखिल किया गया था। पिछली सुनवाई में जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अमानतुल्लाह की बेंच ने रामदेव को फटकार लगाते हुए कहा था कि ये माफी सिर्फ संतुष्टि के लिए है। आपके अंदर क्षमा की भावना नहीं है।
आज मंगलवार को पतंजलि विज्ञापन केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अहम् सुनवाई। जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अमानतुल्लाह की बेंच ने पतंजलि के वकील विपिन सांघी और मुकुल रोहतगी से कहा था कि आपने जानबूझकर कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है, कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उत्तराखंड सरकार की ओर से ध्रुव मेहता और वंशजा शुक्ला ने हलफनामा पढ़ा।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र से चिट्ठी आती है कि आपके पास केस है। कानून का पालन करें। कोर्ट ने आगे कहा कि ऐसा 6 बार हुआ। बार-बार लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर चुप्पी साधे रहे। इसके बाद जो लोग आये उन्होंने भी यही किया। तीनों अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए।