मध्यप्रदेश में बीते कई दिनों से लगातार भ्रष्टाचार के मामलें सामने आ रहे है। प्रदेश के इंदौर शहर में जिला स्वास्थ्य विभाग में बड़ा में घोटाला सामने आया हैं।शहर में बिना आर्डर के स्वास्थ्य केंद्रो में आशा डायरी की सप्लाई हो गई है। इस मामलें में संबधित अधिकारियों को सूचना मिली तो कार्यवाही करते हुए दबिश दी और भ्रष्टाचार का खुलासा किया हैं। इस मामलें में दो आलीशान बंगले के अवैध निर्माण को लेकर निगम ने नोटिस जारी कर दिया हैं।
प्रशासन ने कसा शिकंजा
आशा डायरी सप्लाई घोटाला (Asha Diary Supply Scam) में जिला प्रशासन ने शिकंजा कसा है और जिला प्रशासन की टीम स्वास्थ्य विभाग पहुंची है। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर के साथ सहकारिता और कोषालय के जिला अधिकारी भी जांच टीम में शामिल है। बता दें, यहां पिछले दो वर्षों के खरीदी रिकॉर्ड की जांच हो रही है।
एसडीएम ने दिया जांच के आदेश
दरअसल, बिना आर्डर के स्वास्थ्य केद्रों में आशा डायरी की सप्लाई की गई। वहीं जब सोमवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इसी दौरान इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है। जिसके बाद इस प्रक्रिया में गंभीर अनिमितता पाए जाने पर तुरंत प्रभाव से स्टोर प्रभारी और सहायक प्रभारी को निलंबित करने के निर्देश के साथ ही एक अन्य के खिलाफ एफआईआर करने के निर्देश दिए वहीं एसडीएम से पूरे मामले में जांच कराने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही कलेक्टर ने 2 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
हुई अधिकारियों की बैठक
ये बैठक सांसद शंकर लालवानी (Shankar Lalwani) की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई थी। बैठक में मनीष सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, अपर कलेक्टरअभय बेड़ेकर, जिला पंचायत सीईओ वंदना शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे थे।