इंदौर में अब आधार कार्ड की तरह हर नागरिक का बनेगा Health Card

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प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ इंदौर जिले में भी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन प्रारंभ किया गया है। इस मिशन के अंतर्गत अब प्रत्येक नागरिक का आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है। यह कार्ड आमजन के लिए बेहद उपयोगी रहेगा। इस कार्ड के माध्यम से उन्हें स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में अनेक उपयोगी सेवाएं मिलेंगी। वहीं दूसरी ओर उन्हें अनेक झंझटों से मुक्ति भी मिलेगी। इस मिशन के तहत नागरिक अपना आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता संख्या प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उनके डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को जोड़ा जा सकेगा।

आयुष्मान भारत देश की एक प्रमुख योजना है, जिसे सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) के दृष्टिकोण को प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 की सिफारिश के अनुसार शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य सभी भारतीय नागरिकों को अस्पतालों, बीमा फर्मों और नागरिकों को आवश्यकता पड़ने पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक पहुँचाने में मदद करने हेतु डिजिटल स्वास्थ्य आईडी प्रदान करना है। मिशन के पायलट प्रोजेक्ट की घोषणा प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त, 2020 को लाल किले की प्राचीर से की थी। इसकी कार्यान्वयन एजेंसी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्थापित राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) होगी।

मिशन की विशेषताएँ

स्वास्थ्य आईडी: यह प्रत्येक नागरिक को प्रदान किया जाएगा जो उनके स्वास्थ्य खाते के रूप में भी काम करेगा। इस स्वास्थ्य खाते में प्रत्येक परीक्षण, प्रत्येक बीमारी, डॉक्टर से अपॉइंटमेंट, ली गई दवाओं और निदान का विवरण होगा। स्वास्थ्य आईडी निःशुल्क व स्वैच्छिक है। यह स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण करने में मदद करेगी और स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बेहतर नियोजन, बजट तथा कार्यान्वयन सुनिश्चित करेगा।

स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएँ और पेशेवर रजिस्ट्री:

कार्यक्रम के अन्य प्रमुख घटकों- हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री (HPR) और हेल्थकेयर फैसिलिटीज़ रजिस्ट्री (HFR) को निर्मित किया गया है, जिससे मेडिकल प्रोफेशनल्स तथा स्वास्थ्य अवसंरचना तक आसान इलेक्ट्रॉनिक पहुँच की अनुमति मिलती है। HPR चिकित्सा की आधुनिक और पारंपरिक दोनों प्रणालियों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाले सभी स्वास्थ्य पेशेवरों का एक व्यापक डिजिटल भंडार होगा। एचएफआर डेटाबेस में देश की सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का रिकॉर्ड होगा।

इस मिशन के तहत देशभर के नागरिक अपना आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अकाउंट नंबर बना पाएंगे, जिससे उनके डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को जोड़ा जा सकेगा| देश के नागरिकों को एक डिजिटल स्वास्थ्य आईडी कार्ड प्रदान किया जायेगा, जिसमें उनके स्वास्थ्य सभी डेटाबेस होगा। यह योजना पहले छह केंद्र शासित प्रदेशों में लागू की गई थी, अब इसे सम्पूर्ण भारत में लागू किया गया है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन भारत की एक प्रमुख योजना है, जो कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की तीसरी वर्षगाँठ के दौरान शुरू की गयी थी। इस मिशन की आधिकारिक वेबसाइट https://abdm.gov.in है।

हेल्थ आईडी:

हेल्थ आईडी प्रत्येक नागरिक के लिए जारी किया जाएगा जो साथ-ही-साथ उनके स्वास्थ्य अकाउंट के रूप में भी कार्य करेगा। इस स्वास्थ्य खाते में हर परीक्षण, हर बीमारी,डॉक्टर के पास जाना, दवाएं, और बीमारी के निदान का विवरण होगा। हेल्थ आईडी फ्री है। यह स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण करने में मदद करेगा और स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए बेहतर योजना, बजट और कार्यान्वयन में मदद करेगा। स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं और पेशेवर रजिस्ट्री (HPR और HFR) आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अन्य घटक HPR और HFR है, जिससे चिकित्सा पेशेवरों और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे तक आसान इलेक्ट्रॉनिक पहुँच की अनुमति मिलती है। HPR चिकित्सा प्रणाली में आधुनिक और पारम्परिक स्वास्थ्य चिकित्सा दोनों शामिल है। HFR डेटाबेस में देश की सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का रिकॉर्ड होगा।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के लाभ

पेशेंट अपने मेडिकल रिकॉर्ड को आसानी से स्टोर और एक्सेस कर सकेंगे और उचित उपचार करने के लिए उन्हें स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं के साथ साझा कर सकेंगे। वे स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवा प्रदाताओं के बारे सटीक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। डॉक्टरों, अस्पतालों, और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए व्यवसाय करने में आसानी होगी। नागरिकों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक पहुँच -प्रदान आसानी से होगा। यह मिशन गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल के लिए समान पहुँच में सुधार करेगा क्योंकि यह टेलीमेडिसिन जैसी तकनीकों के उपयोग को प्रोत्साहित करेगा। इस मिशन के तहत देश के नागरिक प्राइवेट और पब्लिक दोनों ही स्वास्थ्य सेवा प्राप्त कर सकते है।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ

पिछले कुछ वर्षों में भारत में कई तरह की योजनाएं देशभर के नागरिकों के हित में लागू हुई है, जिनमें आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना भी शामिल है। इस योजना को सर्वप्रथम केंद्र शासित राज्यों में पाइलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया गया था लेकिन 21 सितम्बर 2021 को इस मिशन को देशभर में लागू कर दिया गया है। इस मिशन के तहत अब अस्पतालों में इलाज कराना बहुत आसान होगा। सभी नागरिकों का एक यूनिक हेल्थ कार्ड होगा जिसमें उनके पूरे स्वास्थ्य का विवरण होगा। सबकुछ डिजिटल होने से अब लोगों की समस्या का समाधान भी जल्दी होगा और किसी भी तरह की कोई भी गड़बड़ होने से भी बचा जा सकेगा। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन ने यह सुनिश्चित किया है कि अब दूरदराज क्षेत्रो और गाँवों में रहने वाले नागरिक आसानी से विशेषज्ञ चिकित्सा प्राप्त कर सकेंगे।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन वन नेशन वन कार्ड

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत वन नेशन वन कार्ड जारी किया जाएगा जो की एक हेल्थ कार्ड है। यह बिलकुल आधार कार्ड की तरह ही है जिसमें 14 अंकों का नंबर जनरेट किया जायेगा, इसमें मरीज के स्वास्थ्य का पूरा विवरण डिजिटली स्टोर होग। अब किसी भी मरीज को हॉस्पिटल में रिपोर्ट या पर्ची ले जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। डॉक्टर रोगी की पूरी मेडिकल हिस्ट्री जान पाएंगे कि उसे कौनसी बीमारी थी और कहाँ से उसने इलाज करवाया था इत्यादि। उन्हें डॉक्टर को कोई रिपोर्ट दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। मरीज देशभर में कहीं भी यूनिक हेल्थ आईडी कार्ड से इलाज करवा पाएंगे।

हेल्थ आईडी कार्ड आवेदन की प्रक्रिया

हेल्थ आईडी कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन इसकी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ही किया जा सकता है। जिसके लिए सर्वप्रथम पीएम हेल्थ आईडी की वेबसाइट पर जाना होगा। हेल्थ आईडी कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले इसके आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर जाना होगा। हेल्थ आईडी कार्ड आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर क्रिएट हेल्थ आईडी विकल्प पर क्लिक करना होगा। क्रिएट हेल्थ आईडी विकल्प पर जब क्लिक करेंगे तो पुनः एक नए पेज पर आ जायेंगे, जहां पर Create your health id विकल्प को चुनना होगा।ऊपर दिए विकल्प पर क्लिक करने के बाद सामने पुनः एक नया पेज ओपन हो जायेगा, नए पेज पर हेल्थ आईडी (ABHA number) जेनेरेट करने के लिए दो विकल्प मिलेंगे।

पहला आधार नंबर, दूसरा ड्राइविंग लाइसेंस। यहां पर दोनों ही विकल्प का चयन कर सकते है, यदि आपके आधार कार्ड नंबर से जेनेरेट करना चाहते है, तो आप आधार विकल्प को चुनें, और यदि ड्राइविंग लाइसेंस द्वारा बनवाना चाहते है, तो फिर इसे चुनें। हमने यहां पर आधार विकल्प का उदहारण दिया है, इसके लिए आप आधार विकल्प के सामने वाले विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद नेक्स्ट विकल्प पर क्लिक करें। अब अगले पेज पर आधार नंबर लिखना होगा, एवं I Agree विकल्प पर टिक करके कैप्चा कोड भरकर Next विकल्प पर क्लिक करें। नए पेज पर आपको एक OTP वेरीफाई करना होगा, इसके बाद आपके सामने हेल्थ आईडी फॉर्म ओपन हो जायेगा। यहां मांगी गयी सभी जानकारियों को सावधानीपूर्वक भरें। फॉर्म भरने के बाद कैप्चा कोड भरकर सबमिट बटन को दबा दें, इस प्रकार आपकी हेल्थ आईडी नंबर जेनेरेट हो जाएगी।
हेल्थ आईडी कार्ड नंबर से लॉगिन कैसे करें?

हेल्थ आईडी नंबर से लॉगिन करने के लिए भी सर्वप्रथम इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://nha.gov.in/ पर जाना होगा। इसके होम पेज पर Create Helth ID विकल्प पर (क्लिक करें) जाएँ। इसके बाद नए पेज पर लॉगिन विकल्प को चुनें, लॉगिन पर पर आ जायेंगे। यहां पर लॉगिन के लिए दो विकल्प मिलेंगे, पहला आपकी हेल्थ आईडी नंबर व दूसरा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर। यहां पर दोनों में से किसी एक विकल्प का चयन कर सकते है, इसके बाद OTP वेरीफाई करने के बाद हेल्थ आईडी के डेशबोर्ड पर आ जायेंगे। इस प्रकार इसके डेशबोर्ड पर इससे जुडी सेवाओं को एक्सेस कर पाएंगे।

हेल्थ आईडी के पब्लिक डैशबोर्ड पर कैसे लॉगिन करेंहेल्थ आईडी के पब्लिक डेशबोर्ड पर लॉगिन करने के लिए सबसे पहले आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के आधिकारिक वेबसाइट https://abdm.gov.in/ पर जाना होगा। होम पेज पर Public Dashboard विकल्प पर क्लिक करें। सामने अब आयुष्मान हेल्थ आईडी का पब्लिक डेशबोर्ड ओपन हो जायेगा। डेशबोर्ड पर अब आयुष्मान डिजिटल हेल्थकार्ड से संबधित विभिन्न जानकारियों को एक्सेस कर पाएंगे।

ABHA मोबाइल एप्लीकेशन कैसे डाउनलोड करें?

आयुष्मान डिजिटल मिशन का आधिकारिक मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए पहले इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ। आयुष्मान डिजिटल मिशन के आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर ABHA App विकल्प पर क्लिक करें। अब नए पेज पर मोबाइल एप्लीकेशन इनस्टॉल के लिए विकल्प मिलेगा। यहां पर इनस्टॉल विकल्प पर क्लिक करें। इंस्टॉल के विकल्प पर क्लिक करने के बाद अब मोबाइल पर इसका आधिकारिक एप्लीकेशन इनस्टॉल हो जायेगा।

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