दौलतगंज में आज शाम गूंजेगा हर हर – बम बम, ढोलक और झांझ मंजीरों के साथ होगी भगवा वाहिनी की महाआरती

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नितिनमोहन शर्मा

शहर के एक संवेदनशील क्षेत्र में सोमवार शाम को हर-हर, बम-बम का जयघोष गूंजेगा। झाँझ मंजीरों के साथ ढोलक की थाप भी साथ होगी। भगवा पताकाएं लहराई जाएगी और भजन कीर्तन गाये जाएंगे। ये सब आरएसएस से जुड़ा हिन्दू जागरण मंच करने जा रहा है। वह भी रानीपुरा दौलतगंज जैसे इलाके में जहा हिंदू मुस्लिमों के बीच परस्पर भाईचारे की एकता पंचायत बीते 30 साल से भी ज्यादा समय से सफलता के साथ कार्यरत है।

मामला एक प्राचीन बताए जा रहे शिवालय के जीर्णोद्धार से जुड़ा है। अब परीक्षा की घड़ी जिला प्रशासन के साथ साथ पंचायत के लिए भी है। जिला प्रशासन के आला अफसरों ने फिलवक्त मंच के पदाधिकारियों से सम्पर्क साध रखा है ताकि शाम तक बीच का रास्ता निकल जाए और आरती का आंदोलन प्रतीकात्मक हो जाये। गोप मास के कृष्ण पक्ष की सोमवार की शाम संवेदनशील दौलतगंज के लिए आज कुछ अलग होगी। यहाँ हिन्दू जागरण मंच महाआरती करने जा रहा है।

ये आरती प्राचीन बताए जा रहे उस शिवालय में होना है जो फिलवक्त जर्जर-जीर्ण शीर्ण ओर अतिक्रमण से घिरा हुआ है। मंच ने इस मंदिर की मुक्ति के लिए ही महाआरती करने जा रही है। इस आरती के साथ मंच इस शिवालय के जीर्णोद्धार आंदोलन का शंखनाद कर रहा है। लिहाजा तैयारी भी उसी हिसाब से की गई है। महाआरती के लिए संवेदनशील क्षेत्र में जाने से पहले मंच के कार्यकर्ता चार स्थान पर जुटेंगे। फिर तय समय पर झांझ मंजीरों ओर ढोलक की थाप के साथ ये जत्थे दोलतगंज में प्रवेश करेंगे।

उधर अचानक सामने आए इस पूरे मूवमेंट्स को लेकर जिला प्रशासन की उलझने बड़ा दी है। प्रशासन ने इस मूददे पर मंच से भी सम्पर्क किया है। पुलिस प्रशासन ने मंच से आग्रह किया कि वे प्रतीकात्मक आरती कर ले। मंच ने अफ़सरो को दो टूक कह दिया कि आप अतिक्रमण हटाकर मन्दिर को मुक्त करवा दो। मंच ने तो यहां तक कहा कि ये काम आप सोमवार की शाम तक कर देवे तो हम प्रतीकात्मक आरती ही कर चले जायेंगे। अन्यथा ये आंदोलन जब तक मंदिर अतिक्रमण से मुक्त नही होता, महाआरती जैसे आयोजन होते रहेंगे।

चूंकि हिन्दू जागरण मंच, आरएसएस से सीधे संपर्क वाला सहयोगी संगठन है। इसलिए जिला प्रशासन भी एक हद से आगे सख्ती नही कर पायेगा। ऐसे में आज शाम दौलतगंज में जिला प्रशासन के साथ साथ एकता पंचायत के लिए परीक्षा की घड़ी रहेगी कि सब शांतिपूर्ण सम्पन्न हो जाये। उधर मंच ने भी साफ कर दिया है कि आज की महाआरती में महिलाओं को शामिल नही किया गया है। केवल पुरूष ही आरती के लिए जाएंगे।

ख़ुलासा फर्स्ट ने अब बीच शहर में ‘गणगौर घाट’ शीर्षक के साथ एक दिन पहले जिम्मेदारों को आगाह किया था कि अब इन्दौर तैयार रहे एक और गणगौर घाट जैसे आंदोलन के लिए। दौलतगंज के सरकारी स्कूल के पास बना एक प्राचीन शिवालय इस मूवमेंट्स के लिए चिन्हित किया गया है। शिवालय के भग्नावशेष होलकरयुगीन है। लेकिन पुरातत्व विभाग के अधीन नही है। भगवा ब्रिगेड ने इसके जीर्णोद्धार का काम हाथ लिया है। ब्रिगेड ने 21 नवम्बर को इस जीर्ण शीर्ण शिवालय में महाआरती की घोषणा की थी।

इसके लिए दौलतगंज ही नही, उसके अगल बगल की बस्ती मोहल्लों में बैठके चल रही है। आज शाम चार स्थानों पर लोग जुटेंगे। दो जत्थे दौलतगंज के पीछे वाले हिस्से हाथीपला तरफ जुटेंगे ओर दो जवाहर मार्ग वाले हिस्से में जमा होंगे। ख़ुलासा को मिली जानकारी के मुताबिक जूनी इंदौर मुक्तिधाम, रजत जयंती स्कूल गाड़ी अड्डा, खातीपुरा ओर प्रेस क्लब के पास लोग जुटेंगे। फिर यहां से ये जत्थे रानीपुरा झंडा चोक से ओर हाथीपाला पूल की तरफ से दौलतगंज में प्रवेश करेंगे।

आरती करने आने वाले जत्थे ढोल नगाड़ों ओर झाँझ मंजीरों के साथ भजन करते हुए आएंगे। सूत्रों की माने तो मंच ने कम से कम 2 हजार लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसमे महिलाओं को आने से मना किया गया है। महिलाओँ को मोर्चे पर तैनात करने का फैसला आज की महाआरती के बाद लिया जाएगा। आंदोलन की अगुवाई वे ही चेहरे कर रहे हैं, जो गणगौर घाट आंदोलन को अंजाम तक पहुँचाया था। इसमें संजय भाटिया अहम है।

हम आज करेंगे महाआरती – भाटिया

दौलतगंज स्तिथ प्राचीन शिव मंदिर पर हिन्दू जागरण मंच महाआरती की शुरुआत कर रहा है। ख़ुलासा फर्स्ट से ये कहना है मंच प्रान्त अधिकारी संजय भाटिया का। भाटिया का कहना है कि महाआरती एक दिन होकर नही रुकेगी। ये अब नियमित होगी। जब तक मन्दिर का अस्तित्व वापस नही लौटता। ये प्राचीन शिव मंदिर अतिक्रमण कर ढक दिया गया है।

हमारी मांग है कि मन्दिर के आसपास का अतिक्रमण जल्द से जल्द हटाया जाए और मन्दिर को विधिवत पूजन अर्चन के लिए खोला जाए। भाटिया के मुताबिक मंच की एक ही जिला रामेश्वरम इकाई ही ये आंदोलन कर रही है जो स्थानीय है। सोमवार को शाम 7 बजे आरती होगी।