प्लास्टिक वेस्ट से प्रोडक्ट तक: प्लास्ट पैक 2025 में कंपनियों ने दिखाई रीसाइक्लिंग क्षमता

Abhishek singh
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इंदौर। प्लास्टिक और पैकेजिंग उद्योग के लिए क्रांतिकारी कदम ‘प्लास्ट पैक 2025’ ने अपने तीसरे दिन भी दर्शकों और उद्योग विशेषज्ञों को खूब आकर्षित किया। इंदौर के लाभ गंगा ग्राउंड में आयोजित इस मेगा इवेंट में तकनीकी नवाचार, रोबोटिक्स, और पर्यावरण अनुकूल प्रक्रियाओं ने उद्योगपतियों और दर्शकों का ध्यान खींचा। 9 जनवरी से 12 जनवरी तक चलने वाले इस आयोजन में तीसरे दिन 40,000 से अधिक मेहमानों की उपस्थिति दर्ज की गई।

यह एक्जीबिशन न केवल व्यापार और तकनीकी विशेषज्ञता का केंद्र बनी, बल्कि छात्रों और युवाओं के लिए नए अवसर भी लेकर आई। एक्जीबिशन के दौरान, जॉब फेयर और इंटरएक्टिव सेमिनार्स ने बड़ी संख्या में नौकरियों और उद्यमिता की संभावनाओं को उजागर किया। एग्जीबिशन के तीसरे दिन तक लगभग 17 बच्चों का प्लेसमेंट हो चुका था, जबकि 35 बच्चों का अगले राउंड लिए चयन किया गया। प्लास्ट पैक 2025 की टीम को उम्मीद है कि चार दिन चलने वाले इस एक्जीबिशन 100 से अधिक बच्चों को जॉब मिलेगी।

रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मेला

तीसरे दिन का मुख्य आकर्षण रहा – रोबोटिक्स लाइव डेमो जोन, जहां अत्याधुनिक रोबोट्स ने प्लास्टिक उत्पादों के निर्माण, पैकेजिंग और रीसाइक्लिंग की वास्तविक प्रक्रिया को प्रदर्शित किया। ‘पिक एंड प्लेस’ नामक एक रोबोट 2 सेकंड से भी कम समय में प्लास्टिक से बने उत्पादों को मशीन से निकाल कर बहुत ही बेहतर ढंग से रख रहा था, जिससे लेबर में आने वाली लागत में कमी आती है, और काम एवं उत्पाद की गुणवत्ता में भी बढ़ोतरी होती है। एक अन्य रोबोट ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करते हुए दोषपूर्ण उत्पादों की पहचान की और उन्हें अलग किया, जिससे औद्योगिक उत्पादन की गुणवत्ता को नया आयाम मिल रहा है। रीसाइक्लिंग ज़ोन में, कई रोबोट उपयोग हो रहे हैं जो प्लास्टिक कचरे को पुनः उपयोग के लिए तैयार किया, जिससे प्रदूषण कम करने और संसाधनों के संरक्षण पर जोर दिया गया। एक्जीबिशन में शामिल हुए दर्शकों ने इन तकनीकों को न केवल देखा, बल्कि विशेषज्ञों से इनके उपयोग और व्यावसायिक लाभों के बारे में जानकारी भी ली।

रीसाइक्लिंग पर जागरूकता: पर्यावरण संरक्षण की ओर कदम

इस इवेंट के तीसरे दिन रीसाइक्लिंग पर विशेष चर्चा आयोजित की गई। इस दौरान उद्योग विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे प्लास्टिक कचरे को सही तकनीकों के माध्यम से पुनः उपयोग में लाया जा सकता है।

इंडियन प्लास्ट पैक फोरम के अध्यक्ष सचिन बंसल ने कहा, “हमें बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि जितना हमने सोचा था उससे बेहतर रिस्पांस हमें लोगो से मिला है, हम चाहते हैं कि उद्योग केवल मुनाफे पर केंद्रित न रहे, बल्कि पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार भी बने। इस एक्जीबिशन का मुख्य उद्देश्य उद्योग और पर्यावरण के बीच सामंजस्य स्थापित करना है। इस एग्जीबिशन को नेशनल एग्जिबिशन की कैटेगरी में नंबर 4 पर रखा गया है| इस एक्जीबिशन में हमने जॉब फेयर और सेमीनार भी आयोजित किये है जिसमे अब तक 100 से ज्यादा बच्चो की इन्क्वायरी आ चुकी है। आयोजन के दुसरे दिन 17 बच्चो को ऑन स्पॉट प्लेसमेंट मिल चूका है और हम इस आयोजन के माध्यम से लगभग 100 बच्चो को प्लेस करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अब तक कुल 13 कंपनिया इंटरव्यू के लिए आ चुकी है और कल के लिए पहले से ही 14 कम्पनियों की लिस्टिंग हो चुकी है। मैं हमारे सभी विज़िटर्स और मध्य प्रदेश की सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं , उनकी तरफ से हमें बहुत सपोर्ट मिला है। हमने मुख्यमंत्री जी से सिपेट सेंटर और एक्जीबिशन स्थल की मांग की थी जिसे उन्होंने पूरा करने का आश्वासन दिया है। “

उन्होंने बताया कि, “रीसाइक्लिंग वर्कशॉप’ में दर्शकों को लाइव सत्र के माध्यम से यह दिखाया गया कि कैसे घर में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में बांटकर रिसाइकिल किया जा सकता है। अभी तक 40,000 विजिटर इस जगह को विजिट करके जा चुके हैं और हम एक्सपेक्ट कर रहे हैं कि आज और कल में 40,000 विजिटर्स आ जाए ताकि हम एक लाख का आंकड़ा पार कर पाए, दो दिनों में 400 करोड़ से ज्यादा की मशीन है बिक चुकी है, हम लोगो ने जितना सोचा था उससे दोगुना हमें परिणाम मिला है| मै आप सभी को इस सफल आयोजन की शुभकामनाएं देता हूँ।”

जॉब फेयर और सेमिनार: युवाओं को मिला नया मंच

तीसरे दिन आयोजित जॉब फेयर और इंटरएक्टिव सेमिनार ने युवाओं और छात्रों को रोजगार और उद्योग से जुड़ने के नए अवसर प्रदान किए। 14 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने जॉब फेयर में भाग लिया। 100 से अधिक युवाओं ने अपने रेज़्यूमे जमा किए, जिनमें से पहले और दूसरे दिन 35 से अधिक को इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया। ‘प्लास्टिक में स्टार्टअप्स के अवसर’ विषय पर आयोजित सेमिनार में विशेषज्ञों ने युवाओं को प्लास्टिक और पैकेजिंग उद्योग में उद्यमिता के लिए प्रेरित किया।

प्लास्ट पैक 2025: औद्योगिक प्रगति और पर्यावरण संरक्षण का संगम

‘प्लास्ट पैक 2025’ ने अपने तीसरे दिन यह साबित कर दिया की यह आयोजन न केवल उद्योग के लिए, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और युवाओं के लिए भी एक मील का पत्थर है। इवेंट के चौथे और अंतिम दिन, कई बड़े उद्योगों द्वारा नई तकनीकों और उत्पादों के लॉन्च की उम्मीद है।