वन मण्डल, इंदौर की बीट नयापुरा में वन कक्ष-222 में घायल तेंदुए का शिकार किये जाने के आरोप में टाइगर स्ट्राइक फोर्स, इंदौर द्वारा विवेचना के दौरान वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर वन विभाग को 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) आलोक कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष 9-10 जुलाई, 2020 के दरम्यान में घायल तेंदुए की सी.टी. स्केन रिपोर्ट के मुताबिक तेंदुए के सिर में गनशॉट के लोहे के 46 छर्रे पाये जाने से तेंदुए का शिकार किये जाने की पुष्टि होने पर अपराध प्रकरण 13 दिसम्बर, 2020 को दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि चारों आरोपी इंदौर जिले के निवासी हैं।
इनमें रामचरण (निवासी घूड़िया), विष्णु (निवासी मोरोदहाट), रमेश (पिवड़ाय) और राजेन्द्र (निवासी लसूड़िया) के नाम शामिल हैं। प्रकरण में गिरोह के अन्य सदस्य फरार हैं, उनकी खोज की जा रही है।
आरोपियों से यह मिला-
आरोपियों से शिकार में प्रयुक्त 2 बंदूक, 3 तलवार, 5 जिन्दा और 2 खाली कारतूस, 6 जंगली सुअर के जबड़े, एक दुर्लभ प्रजाति का कछुआ, 2 नग जंगली जानवर के खून से सने कपड़े, एक फालिया, 2 नग धारदार बड़े चाकू, बंदूक के लोहे के छर्रे आदि बरामद किये गये। आरोपियों ने अपने बयान में स्वीकार किया है कि वे पिछले कई साल से वन्य-प्राणियों का शिकार करते आ रहे हैं। प्रकरण में आगे विवेचना की जा रही है।