मध्यप्रदेश में टूटेंगे सर्दी के रिकॉर्ड, इंदौर-भोपाल और ग्वालियर में शीतलहर का अलर्ट हुआ जारी

Author Picture
By Raj RathorePublished On: December 4, 2025
MP Weather Update

MP Weather : मध्य प्रदेश में सर्दी ने जोर पकड़ लिया है और आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोप और बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 5-6 दिसंबर के बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिसके प्रभाव से प्रदेश के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट दर्ज की जा सकती है। भोपाल और इंदौर जैसे प्रमुख शहरों में रात का पारा पहले ही 9 डिग्री तक लुढ़क चुका है।

कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग ने 5 और 6 दिसंबर को सुबह के समय धुंध छाए रहने का अनुमान जताया है। खासकर राजधानी भोपाल और इसके आसपास के इलाकों में दृश्यता (विजिबिलिटी) कम हो सकती है। इस दौरान 8-10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली सर्द हवाएं ठिठुरन बढ़ाएंगी। भोपाल में अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

क्यों बढ़ेगी ठंड?

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, एक नया पश्चिमी विक्षोभ 5 दिसंबर को हिमालयी क्षेत्रों में दस्तक देगा। इसका असर दो दिन बाद मध्य प्रदेश में भी महसूस किया जाएगा। यह सिस्टम हिमालय में जमी बर्फ को पिघलाएगा, जिसके बाद वहां से आने वाली बर्फीली हवाएं सीधे मध्य प्रदेश और राजस्थान का रुख करेंगी। इन्हीं सर्द हवाओं के कारण रात के तापमान में तेजी से गिरावट आएगी और ठंड का असर तेज हो जाएगा।

पिछले 24 घंटों में क्या रही स्थिति?

बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में मौसम शुष्क बना रहा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में दिन के अधिकतम तापमान में 1.5 से 2.6 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई, जबकि बाकी जिलों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। वहीं, न्यूनतम तापमान की बात करें तो भोपाल में यह 2 डिग्री और सागर में 1.8 डिग्री तक गिरा। हालांकि, ग्वालियर और चंबल संभाग में यह सामान्य से 4 डिग्री तक अधिक रिकॉर्ड किया गया।

नवंबर में टूटा आजादी से पहले का रिकॉर्ड

इस साल नवंबर के महीने में पड़ी सर्दी ने कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 1931 के बाद इस साल भोपाल में नवंबर में सबसे ज्यादा दिनों (15 दिन) तक शीतलहर का असर रहा। यही नहीं, 17 नवंबर की रात को पारा 5.2 डिग्री तक पहुंच गया था, जिसने 1941 के बाद नवंबर में सबसे कम तापमान का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।