वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों का गोचर समय-समय पर शुभ योग और राजयोग का निर्माण करता है, जिनका प्रभाव न केवल व्यक्ति के जीवन पर बल्कि पूरे विश्व पर पड़ता है। नवंबर 2025 का महीना ज्योतिष दृष्टि से बेहद खास रहने वाला है, क्योंकि इस समय ग्रहों के राजकुमार बुध और धन-समृद्धि की देवी शुक्र एक साथ आकर लक्ष्मी नारायण राजयोग बना रहे हैं। यह शुभ संयोग 5 साल बाद तुला राशि में बन रहा है। इस योग के प्रभाव से कुछ राशियों के लिए भाग्य के द्वार खुल जाएंगे — नौकरी, व्यापार और वित्तीय मामलों में बड़ी सफलता मिलने के योग हैं। आइए जानते हैं, किन 3 राशियों के लिए यह समय स्वर्णिम साबित हो सकता है।
तुला राशि (Libra) — आत्मविश्वास बढ़ेगा, रिश्तों में आएगी मिठास
तुला राशि वालों के लिए यह समय बेहद शुभ रहने वाला है, क्योंकि यह राजयोग आपकी गोचर कुंडली के प्रथम भाव (लग्न भाव) में बन रहा है। इसका सीधा असर आपके व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और सामाजिक छवि पर पड़ेगा। इस दौरान आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी और आप समाज में सम्मान प्राप्त करेंगे। जो विवाहित हैं, उनके दांपत्य जीवन में खुशियां लौटेंगी, वहीं अविवाहित लोगों के लिए विवाह प्रस्ताव आने के योग हैं। निवेश और पैसों के मामले में भी समय अनुकूल रहेगा। रुके हुए कार्य पूरे होंगे और प्रमोशन या सैलरी हाइक के अवसर बनेंगे। वहीं व्यापारियों को अचानक लाभ के संकेत हैं। यह समय आपको प्रसिद्धि और आर्थिक स्थिरता दोनों दे सकता है।
मकर राशि (Capricorn) — करियर में सफलता और धनलाभ के योग
मकर राशि के जातकों के लिए यह राजयोग किसी वरदान से कम नहीं है। यह योग आपकी कुंडली के दशम भाव (करियर और कर्म भाव) में सक्रिय होगा। इस अवधि में आपके कार्यक्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। जो लोग लंबे समय से प्रमोशन या नई नौकरी की प्रतीक्षा कर रहे थे, उनके लिए यह समय शुभ रहेगा। व्यवसाय करने वाले लोगों के लिए भी यह राजयोग आर्थिक लाभ लेकर आएगा। पुराने निवेशों से लाभ हो सकता है और कारोबार के विस्तार के अवसर मिलेंगे। बॉस और वरिष्ठ अधिकारी आपके काम से खुश रहेंगे। सामाजिक जीवन में भी आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और लोग आपके निर्णयों का सम्मान करेंगे। जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए भी यह समय सफलता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
कुंभ राशि (Aquarius) — भाग्य का साथ और नई उपलब्धियों का समय
कुंभ राशि वालों के लिए लक्ष्मी नारायण राजयोग सौभाग्यशाली साबित होगा। यह योग आपकी कुंडली के नवम भाव (भाग्य और धर्म भाव) में बन रहा है। इस कारण भाग्य पूरी तरह आपका साथ देगा और आपके अधूरे कार्य पूरे होंगे। लंबे समय से किसी अवसर का इंतजार कर रहे लोगों के लिए यह समय नई संभावनाओं का द्वार खोल सकता है। विदेशी यात्रा, नई नौकरी या संपत्ति खरीदने के योग बन रहे हैं। धार्मिक कार्यों या मांगलिक आयोजनों में शामिल होने का अवसर मिलेगा। परिवार में सौहार्द और खुशी का माहौल रहेगा। छात्रों के लिए भी यह अवधि सफलता से भरी रहेगी। किसी प्रतियोगी परीक्षा में जीत मिलने की संभावना है। साथ ही, स्वास्थ्य में सुधार और मानसिक शांति का अनुभव होगा।









