क्या आपने कभी सोचा है कि आंवले जैसा फायदेमंद पेड़, जिसे आमतौर पर खेतों या बगीचों में देखा जाता है, अब आपकी बालकनी या छत पर छोटे से गमले में भी उग सकता है? जी हां! अब आप इस औषधीय पेड़ को घर बैठे उगाकर पा सकते हैं खूबसूरती, इम्यूनिटी और हेल्थ का नेचुरल खजाना — वो भी बिना ज़्यादा जगह या खर्च किए. विटामिन C से भरपूर आंवला बालों, त्वचा और पाचन तंत्र के लिए वरदान है। अगर इसे रोज़मर्रा की ज़िंदगी में इस्तेमाल करें, तो कई पार्लर और दवाइयों की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी,
ये हैं आसान स्टेप्स!

Step 1: गमला और मिट्टी का सही चुनाव- गमले का साइज़: शुरुआत में 10–12 इंच का बड़ा और गहरा गमला चुनें जिसमें ड्रेनेज होल जरूर हो, मिट्टी का
मिश्रण: आंवला की जड़ें मजबूत होती हैं, इसलिए मिट्टी को 20% रेत, 30% गोबर की खाद और 50% सामान्य मिट्टी से तैयार करें.
धूप की व्यवस्था: आंवले का पौधा पूरा दिन भरपूर धूप पसंद करता है, इसलिए गमला ऐसी जगह रखें जहां 6–8 घंटे धूप मिले.
Step 2: पौधा लगाना और शुरुआती देखभाल- पौधा कैसे लें: आप नर्सरी से 6-8 इंच का आंवले का पौधा या ग्राफ्टेड प्लांट खरीद सकते हैं. बीज से भी उगा सकते हैं लेकिन उसमें फल आने में ज्यादा समय लगता है.
लगाने का तरीका: पौधे को गमले के बीच में लगाएं, और चारों ओर मिट्टी को हल्के हाथ से दबाएं ताकि जड़ें अच्छे से सेट हो जाएं.
पहले 10 दिन: रोज हल्का पानी दें, लेकिन ध्यान रखें कि पानी जमा न हो। जड़ें सड़ सकती हैं.
Step 3: देखभाल और फल आने तक का इंतजार- हर 15 दिन में एक बार गोबर की खाद या घर का ऑर्गेनिक वेस्ट कम्पोस्ट डालें. गर्मियों में रोज हल्का पानी और सर्दियों में 2 दिन छोड़कर पानी दें.
कटाई-छंटाई: हर 3–4 महीने में सूखे पत्ते और बढ़े हुए टहनियों को काट दें ताकि पौधा अच्छी तरह बढ़े.
फल कब आएंगे:
अगर आप ग्राफ्टेड प्लांट लगाते हैं, तो 2–3 साल में फल मिलने लगेंगे. बीज से उगाए पौधों में 5 साल तक लग सकते हैं.
आंवला पेड़ के फायदे – सुंदरता और सेहत दोनों का खजाना बाल झड़ना और सफेद होना कम होता है, त्वचा में नैचुरल ग्लो आता है. इम्यूनिटी बढ़ती है और पाचन सुधरता है. डायबिटीज और आंखों के लिए भी लाभकारी है.