इस तारीख से बदलेगा महाकाल मंदिर में पूजन समय, दोपहर 1 बजे भोग आरती और 3 बजे होगा संध्या पूजन

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By Srashti BisenPublished On: February 8, 2025

उज्जैन के प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में इस बार शिव नवरात्रि महोत्सव के दौरान पूजा की व्यवस्था में कुछ खास बदलाव किए गए हैं। 17 फरवरी से शुरू हो रहे इस नौ दिवसीय महापर्व के दौरान भोग आरती का समय सुबह 10:30 बजे से बदलकर दोपहर 1 बजे कर दिया गया है। वहीं, संध्याकालीन पूजन भी अब शाम 5 बजे के स्थान पर दोपहर 3 बजे होगा। यह नया समय व्यवस्था पूरे नौ दिन तक लागू रहेगी।

महाशिवरात्रि पर विशेष पूजा-अर्चना

महाशिवरात्रि के दिन, 27 फरवरी को भगवान महाकाल की पूजा में विशेष आयोजन होंगे। प्रातः 4 बजे भगवान महाकाल को सप्तधान मुखारविंद पहनाया जाएगा और उनके सिर पर सवा किलो फल-फूल से बना मुकुट रखा जाएगा। इसके बाद, प्रातः 11 बजे सेहरा हटाकर, दोपहर में भस्म आरती होगी। यह आरती एक बार ही वर्ष में होती है। भस्म आरती के बाद भगवान महाकाल को भोग अर्पित किया जाएगा और फिर आरती का आयोजन होगा।

इस तारीख से बदलेगा महाकाल मंदिर में पूजन समय, दोपहर 1 बजे भोग आरती और 3 बजे होगा संध्या पूजन

पुजारियों को पारणा और विशेष सफाई

महाशिवरात्रि की विशेष पूजा के दौरान मंदिर समिति द्वारा पुजारियों को पारणा भी कराया जाएगा। इसके अलावा, मंदिर के स्वच्छता कार्य भी शुरू हो गए हैं। कोटितीर्थ कुंड की सफाई विशेष रूप से की जाएगी। कुंड से पानी निकालकर उसकी काई हटाई जाएगी और ताजे पानी से भरा जाएगा। गर्भगृह में स्थित चांदी के रुद्र यंत्र, जलाधारी और दरवाजों की सफाई की जाएगी, ताकि इनका दिव्य रूप और अधिक निखर सके। इसके साथ ही मंदिर के स्वर्ण शिखरों को भी चमकाया जाएगा।

महाकालेश्वर मंदिर की पूर्ण सफाई

महाशिवरात्रि के पर्व से पहले मंदिर परिसर की विशेष सफाई की जा रही है। शिखर की रंगाई और मंदिर के अन्य हिस्सों की सफाई के साथ, वातावरण को और भी भक्तिपूर्ण और दिव्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है।