हरदा में हुए पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट को अभी कोई भुला नहीं पाया है। इसके जख्म अभी भी बाकी है और शायद अब ताउम्र रहेंगे। शहर में पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के पीड़ित परिवार अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। हरदा के घंटाघर चौक पर पीड़ित और उनके समर्थन धरना दे रहे हैं। पीड़ितों का कहना है कि जीवनभर की पूंजी खत्म हो गई, प्रशासन ने उन्हें सवा लाख रुपए दिए हैं। इतने पैसे में वे अपना घर कैसे बनाएं।
‘सरकार से नाराज़ है पीड़ित’
पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के पीड़ित सरकार से नाराज़ है। उनका कहना है कि प्रशासन ने उन्हें सही मुआवजा नहीं दिया। महिलाओं ने दोषी अफसरों पर केस दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने उन्हें सवा लाख रुपए दिए हैं। इतने पैसे में वे अपना घर कैसे बनाएं। वहीं दूसरी तरफ धरना दे रही तीन महिलाओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
‘कलेक्टर से हुई मुलाकात’
हालाँकि, कुछ लोगों ने शनिवार शाम को अनिश्चितकालीन धरना खत्म किया। वह धरना खत्म करने के बाद हरदा कलेक्टर से मिलने पहुंचे। उनका कहना है कि प्रशासन ने उनकी सभी मांगें मान ली हैं। इसके चलते वह अपना धरना खत्म कर रहे हैं। पीड़ित परिवार ने कहा ‘ प्रशासन ने हादसे में मृतक के परिजनों को 15 लाख और घायलों को 5-5 लाख रुपए देने का भरोसा दिलाया है। साथ ही क्षतिग्रस्त मकानों का बाजार मूल्य के हिसाब से मुआवजा देने की बात कही है।’