एमपी उपचुनाव : आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी, शिवराज पर कमलनाथ का जोरदार पलटवार

Akanksha
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एमपी उपचुनाव : आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी, शिवराज पर कमलनाथ का जोरदार पलटवार

शिवराज जी , आप चुनावो के दौरान जेब में नारियल लेकर चलते हैं , कहीं भी उसे फोड़ देते हैं और कहीं भी कोई भी घोषणा कर देते हैं।
यह सिर्फ़ मैं ही नहीं कहता हूँ , यह तो आपके पार्टी के नेतागण और प्रदेश की जनता भी कहती है , यह सच्चाई भी है , इसके कई उदाहरण भी प्रदेशवासियो के सामने है।

आप कह रहे हैं कि कमलनाथ जी पैसे का रोना रोते थे तो आप यह सच्चाई जान ले कि मैंने विकास कार्यों के लिए कभी भी पैसे का रोना नहीं रोया। हाँ मैं यह रोना ज़रूर रोता हूँ कि प्रदेश के जिस ख़ज़ाने से प्रदेश का विकास होना चाहिए था , जिस ख़ज़ाने की एक- एक पाई पर प्रदेश की जनता का हक़ है , उस खजाने को आपने अपनी 15 वर्ष की सरकार में झूठे अभियानों , आयोजनों , यात्राओं , प्रचार-प्रसार व ख़ुद की ब्रांडिंग के नाम पर जमकर लुटाया।प्रदेश को कर्ज के दलदल में धकेला , जिस पैसे से विकास कार्य होना थे , उस पैसे का जमकर दुरुपयोग कर उसे बर्बाद किया।यह रोना तो मैं हमेशा रोता रहूँगा।

जहाँ तक विकास की बात है , आपकी 15 वर्ष की सरकार और मेरी 15 माह की सरकार दोनो का तुलनात्मक अध्ययन कर लीजिए , मेरी मात्र 15 माह की सरकार में आपकी 15 वर्ष की सरकार से कई गुना ज्यादा विकास कार्य हुए हैं , ख़ुद प्रदेश की जनता इसकी गवाह है।

इन 15 माह में मेरी सरकार ने प्रदेश की तस्वीर को बदलने का काम किया , उन दागो को धोने का काम किया , जो आपकी 15 वर्ष की सरकार में प्रदेश के माथे पर लगे थे।

मैंने आपके द्वारा छोड़े खाली ख़ज़ाने से ही प्रदेश के 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया , सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि को डबल किया , कन्या विवाह की राशि को 28 हज़ार से बढ़ाकर 51 हज़ार किया , सभी वर्गों के लिये कार्य किये , प्रदेश में 1 हज़ार गौशालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया , गौमाता के चारे की राशि को बढ़ाया , जिसके बजट में आपकी वर्तमान सरकार ने कटौती कर दी , राम वन गमन पथ के निर्माण की कार्य योजना को अंतिम रूप दिया ,जिसके बजट में भी आपकी सरकार में कमी कर दी।महाकाल मंदिर से लेकर ओंकारेश्वर मंदिर के विकास व विस्तार की योजना बनायी , ॐ सर्किट योजना पर काम शुरू किया , ऐसे कई कार्य हैं जो मैंने अपनी 15 माह की सरकार में आपके द्वारा छोड़े गये खाली खजाने के बाद भी किये।

हाँ यह सच ज़रूर है कि मैं घोषणाओं में विश्वास नहीं करता , मैं झूठे सपने नहीं दिखाता।मैंने वही कहता हूँ जो मैं कर सकता हूँ और मैं घोषणा की बजाय विकास कार्यों को जमीनी धरातल पर मूर्त रूप देने का काम करता हूँ।

प्रदेश के विकास के लिए मेरा खजाना कभी खाली नहीं रहा और ना रहेगा , हाँ झूठी घोषणाओं और झूठे सपने दिखाने के लिए मेरा खजाना हमेशा खाली था और ख़ाली रहेगा।

नरेन्द्र सलूजा
मीडिया समन्वयक