अश्लील OTT शो ‘हाउस अरेस्ट’ के वायरल वीडियो पर बढ़ा विवाद, सांसद ने की बैन की मांग, सरकार से मिला यह जवाब

इस विवाद ने एक बार फिर OTT प्लेटफॉर्म्स पर सख्त रेगुलेशन की जरूरत को उजागर किया है। प्रियंका चतुर्वेदी ने 18 अन्य OTT ऐप्स पर पहले लगे बैन का हवाला देते हुए सवाल किया कि उल्लू और ALT बालाजी जैसे प्लेटफॉर्म्स को छूट क्यों दी जा रही है।

sanjana_ghamasan
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उल्लू ऐप पर स्ट्रीम हो रहे रियलिटी शो ‘हाउस अरेस्ट’ की एक वायरल क्लिप ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया है। पूर्व बिग बॉस कंटेस्टेंट एजाज खान द्वारा होस्ट किए जा रहे इस शो की दो मिनट की क्लिप में अश्लील कंटेंट दिखाए जाने का आरोप है, जिसके बाद इसे लेकर देशभर में बहस छिड़ गई। शिवसेना (UBT) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस शो और उल्लू जैसे OTT प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई है। वहीं, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

वायरल क्लिप ने क्यों मचाया बवाल?

उल्लू ऐप पर रिलीज हुए ‘हाउस अरेस्ट’ शो की क्लिप में कथित तौर पर आपत्तिजनक सीन दिखाए गए हैं, जिसमें प्रतिभागियों को अश्लील हरकतें करते देखा गया। सोशल मीडिया पर यह क्लिप वायरल होने के बाद लोगों ने इसे ‘अश्लीलता की हद’ करार दिया। कई यूजर्स ने इसे सामाजिक मूल्यों और संस्कृति के खिलाफ बताया। इस विवाद ने एक बार फिर OTT प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट रेगुलेशन की मांग को तेज कर दिया है।

सांसद प्रियंका चतुर्वेदी की मांग

सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस क्लिप को शेयर करते हुए केंद्र सरकार और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “मैंने बार-बार उल्लू और ALT बालाजी जैसे ऐप्स पर अश्लील कंटेंट के खिलाफ आवाज उठाई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ये ऐप्स मंत्रालय के नियमों को धता बता रहे हैं।” उन्होंने संसद की स्थायी समिति में भी यह मुद्दा उठाया और पूछा कि इन ऐप्स पर बैन क्यों नहीं लगाया गया।

भाजपा सांसद ने दिया जवाब

इस विवाद पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने त्वरित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने X पर लिखा, “ऐसी अश्लील सामग्री को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी समिति इस मामले को गंभीरता से लेगी और शो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” उनके इस बयान ने उम्मीद जगाई है कि सरकार जल्द ही इस दिशा में कदम उठाएगी।

अश्लील OTT शो कंटेंट विवाद

यह पहली बार नहीं है जब OTT प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट को लेकर सवाल उठे हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार और OTT प्लेटफॉर्म्स से अश्लील सामग्री पर नियंत्रण के लिए जवाब मांगा था। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि ऐसी सामग्री युवाओं और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही है।

अश्लील OTT शो: अब आगे क्या होगा?

इस विवाद ने एक बार फिर OTT प्लेटफॉर्म्स पर सख्त रेगुलेशन की जरूरत को उजागर किया है। प्रियंका चतुर्वेदी ने 18 अन्य OTT ऐप्स पर पहले लगे बैन का हवाला देते हुए सवाल किया कि उल्लू और ALT बालाजी जैसे प्लेटफॉर्म्स को छूट क्यों दी जा रही है। अब सबकी नजरें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अगले कदम पर टिकी हैं।