‘मेरी बहन का सिंदूर उजाड़…’ – Sardar Ji 3 में पाकिस्तानी एक्ट्रेस पर बोले अनुपम खेर

Author Picture
By Alok KumarPublished On: July 15, 2025
‘मेरी बहन का सिंदूर उजाड़...’ – सरदार जी 3 में पाकिस्तानी एक्ट्रेस की कास्टिंग पर भड़के अनुपम खेर, दिलजीत दोसांझ पर भी कसा तंज

दिलजीत दोसांझ की फिल्म ‘सरदार जी 3’ को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म में पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर की कास्टिंग को लेकर अब अनुपम खेर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। अपनी फिल्म ‘तन्वी द ग्रेट’ के प्रमोशन के दौरान अनुपम ने मेकर्स और दिलजीत की निंदा करते हुए कहा कि, “जो मेरी बहन का सिंदूर उजाड़े, उसे घर में घुसने की इजाजत नहीं।”

 अनुपम खेर ने क्या कहा?

अनुपम खेर ने कहा कि एक कलाकार को अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता ज़रूर है, “लेकिन पाकिस्तान जैसे संवेदनशील मुद्दे पर, कलाकार के नाम पर इस तरह की कास्टिंग नहीं की जानी चाहिए।”

उन्होंने एक कड़ा उदाहरण देते हुए कहा: “अगर कोई मेरे पिता को थप्पड़ मारे, फिर चाहे वह कितना भी अच्छा गाता हो, मैं उसे अपने घर में परफॉर्म नहीं करने दूंगा। मैं इतना महान नहीं हूं कि जो मेरे परिवार को चोट पहुंचाए, उसे अपना समझूं।”

सरदार जी 3 में पाकिस्तानी एक्ट्रेस की एंट्री पर क्यों मचा बवाल?

यह विवाद तब शुरू हुआ जब 7 मई को भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था। सरकार ने पाकिस्तानी कलाकारों पर पहले से लगे प्रतिबंध को और कठोर बनाते हुए उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स तक ब्लॉक कर दिए थे।

इसी बीच जब ‘सरदार जी 3’ का ट्रेलर आया और उसमें हानिया आमिर की झलक दिखी, तो सोशल मीडिया पर भारी विरोध शुरू हो गया।

FWICE और अन्य कलाकारों की नाराज़गी

इस मुद्दे पर FWICE (फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज) समेत कई सिंगर्स ने दिलजीत दोसांझ की आलोचना की। यहां तक कि उन्हें ‘बॉर्डर 2’ जैसी देशभक्ति फिल्म से बाहर करने की मांग उठने लगी।

तन्वी द ग्रेट: अनुपम खेर की नई फिल्म

विवादों के बीच अनुपम खेर अपनी नई फिल्म ‘तन्वी द ग्रेट’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। यह फिल्म 18 जुलाई 2025 को रिलीज होगी और एक ऑटिस्टिक लड़की की प्रेरणादायक कहानी पर आधारित है। अनुपम इस फिल्म के निर्देशक भी हैं।

अनुपम की आखिरी बात – “हमें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए”

“जो नियम मेरे घर में हैं, वही मेरे देश के लिए भी हैं। हमें अपनी भावनाओं, संस्कृति और सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए। अगर कोई इसे नहीं समझता, तो वह आज़ाद है, लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा।”