प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने शुगर लेवल के स्तर को बढ़ाने के लिए जानबूझकर आम, आलू, पूरी और मिठाइयाँ खा रहे हैं और चाय के साथ चीनी ले रहे हैं। बार और बेंच की रिपोर्ट के अनुसार , जांच एजेंसी ने कहा, केजरीवाल रक्त शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव का हवाला देते हुए इसे चिकित्सा आधार का जमानत के आधार के रूप में उपयोग करना चाहते हैं।
ईडी के वकील ने कथित तौर पर कहा, केजरीवाल अदालत की हिरासत में हैं। उन्हें घर का बना खाना खाने की अनुमति दी गई थी क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि उन्हें उच्च मधुमेह है। लेकिन वह आम, मिठाई और चीनी खा रहे हैं। हलाकि केजरीवाल की ओर से पेश हुए वकील विवेक जैन ने ईडी की दलीलों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि एजेंसी केवल पब्लिसिटी के लिए यह आरोप लगा रही है।
प्रवर्तन निदेशालय के विशेष वकील जोहेब हुसैन ने गुरुवार को दिल्ली की अदालत में सुनवाई के दौरान यह दलील दी। अदालत केजरीवाल द्वारा दायर आवेदन पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उन्होंने अपने शर्करा के स्तर की लगातार निगरानी करने और उन्हें अपने डॉक्टर से परामर्श करने की अनुमति देने की मांग की थी।
क्या है मामला?
अरविंद केजरीवाल वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं और दिल्ली की अब समाप्त हो चुकी उत्पाद शुल्क नीति में कथित ‘घोटाले’ की जांच के सिलसिले में तिहाड़ जेल में बंद हैं । उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था और कुछ समय तक ईडी की हिरासत में रहने के बाद 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था । बाद में उनकी न्यायिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढ़ा दी गई।