मेडिकल संगठनों की नाराजगी: सरकार Burocrates को सौंप रही स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी

Piru lal kumbhkaar
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भोपाल। सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज में प्रशासनिक अधिकारी के रूप में एडीएम की नियुक्ति के विरोध मे कल दिनांक 06/01/2022 मेडिकल संगठन ने मुख्यमंत्री के नाम कमिश्नर इंदौर को सुबह 11:30 बजे ज्ञापन दिया।
इस दौरान कहा गया कि मोदीजी जहाँ नवाचार में विशेषज्ञों की सेवाएं ले रही हैं, वही प्रदेश सरकार आय एस एस के भरोसे अंग्रजो के शासन की याद दिला रही है। सरकार ने आज तक 13 में से 11 कॉलेज में पूर्णकालिक डीन नियुक्त नही किये, स्वास्थ्य विभाग नॉन फनक्शनल बन गया है, केवल 40 % कर्मचारी ही नियुक्त है, 60% सीट खाली है मेडिकल कॉलेजों में, अस्पताल प्रबंधक बॉयोमेडिकल इंजीनयर जैसे पद होने के बावजूद खाली है।

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इस दौरान आइएमए इंदौर के अध्यक्ष डॉ सुमित शुक्ला, मेडिकल टीचर एसोसिएशन एमजीएमएमसी की अध्यक्ष डॉ पूनम माथुर, सचिव डॉ अशोक ठाकुर, एमजीएमएमसी एलुमनी एसो. के , सचिव डॉ संजय लोंढे, जेडीए इंदौर के सभी सदस्य, अजाक्स के जिलाध्यक्ष करण भगत, मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के विभागीय अध्यक्ष गोपाल बहाड, नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष रमेश जाट, नर्सिंग एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र पाठक, फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री चंद्रकांत गिलके, लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन के प्रांतीय सचिव दिलीप पाटिल, लघु वेतन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष भीम सिंह कुशवाह, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राजकुमार पांडे सहित बड़ी संख्या में डाक्टर्स, नर्सेस एवं कर्मचारी अधिकारी शामिल थे।