दूल्हे की अजीब हरकत से दुल्हन ने तोड़ी शादी, मंडप पर रोता रह गया दूल्हा

यह घटना सिलाव थाना क्षेत्र के एक गांव में 7 मई 2025 को हुई। बारात नूरसराय से आई थी, और शादी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। लेकिन जयमाला के दौरान दूल्हे की हरकत ने सबको हैरान कर दिया, जिसके बाद दुल्हन ने साफ मना कर दिया।

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Bihar News Groom Refused To Marry: बिहार के नालंदा जिले में एक शादी उस वक्त चर्चा का विषय बन गई, जब दुल्हन ने दूल्हे की मानसिक स्थिति देखकर मंडप पर ही शादी से इनकार कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना सिलाव थाना क्षेत्र के एक गांव में 7 मई 2025 को हुई। बारात नूरसराय से आई थी, और शादी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। लेकिन जयमाला के दौरान दूल्हे की हरकत ने सबको हैरान कर दिया, जिसके बाद दुल्हन ने साफ मना कर दिया। बारात को बिना दुल्हन के बैरंग लौटना पड़ा। आइए, इस अनोखी घटना को विस्तार से जानें।

जयमाला पर खुला दूल्हे का राज

शादी की रस्में शुरू हुईं, और जयमाला का समय आया। दुल्हन स्टेज पर थी, लेकिन दूल्हे ने कुछ ऐसी हरकत की, जिससे उसकी मानसिक स्थिति पर सवाल उठ गए। रिपोर्ट के मुताबिक, दूल्हे का व्यवहार अजीब था, दूल्हा दोनों हाथों से मिठाई खा रहा था और उसका बर्ताव भी अजीब था। दुल्हन को यह बात स्टेज पर ही पता चली, जिससे वह घबरा गई। उसने तुरंत शादी से इनकार कर दिया और अपने कमरे में चली गई। परिवार वालों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अडिग रही। सोशल मीडिया पर लोग दुल्हन के साहस की तारीफ कर रहे हैं।

बारात का स्वागत, फिर हंगामा

लड़की पक्ष ने बारात का गर्मजोशी से स्वागत किया था। मेहमानों के लिए खाने-पीने की पूरी व्यवस्था थी, और शादी की रौनक पूरे गांव में थी। लेकिन जयमाला के बाद माहौल बदल गया। दूल्हे की हरकत से नाराज दुल्हन ने स्टेज छोड़ दिया, और दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई। दूल्हा मंडप पर रोने लगा, लेकिन दुल्हन नहीं मानी। आखिरकार, बारात को खाली हाथ लौटना पड़ा। सिलाव थानाध्यक्ष मो. इरफान खान ने बताया कि लड़की पक्ष ने दूल्हे को दिए गए सारे सामान वापस कर दिए। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी।

पुलिस का हस्तक्षेप और समझौता

विवाद बढ़ने पर मामला थाने पहुंचा। पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर बात सुनी। दुल्हन ने साफ कहा कि वह दूल्हे की मानसिक स्थिति और उसकी आदतों के कारण शादी नहीं कर सकती। दोनों पक्षों में समझौता हुआ, और कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई। दूल्हे पक्ष ने चुपचाप बारात वापस ले ली। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, “दुल्हन का फैसला सही था। ऐसी शादी से जिंदगी बर्बाद हो सकती थी।” यह घटना अब गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है।

क्या है इस कहानी का सबक?

यह घटना रिश्तों में पारदर्शिता की अहमियत को दर्शाती है। शादी से पहले दोनों पक्षों को एक-दूसरे के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए। दुल्हन के इस साहसी फैसले ने न केवल उसकी जिंदगी को संभावित परेशानियों से बचाया, बल्कि दूसरों के लिए भी मिसाल कायम की। क्या ऐसी घटनाएं समाज में बदलाव ला सकती हैं? यह सवाल अब हर किसी के मन में है। सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से वायरल हो रही है।