महाराष्ट्र में भाजपा अपनी सरकार बनाने की तैयारी जोर शोर से कर रही। इसके लिए अलग – अलग पेतरे आजमा रही हैं। इसी के चलते खबर मिली है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस मुंबई से विशेष विमान से इंदौर पहुंचे और यहां से वड़ोदरा के लिए रवाना हुए। इस यात्रा की सबसे खास बात की इसके बारे में किसी को भी बिल्कुल खबर नहीं थीं। इस यात्रा को गुप्त रखा गया। बताया जा रहा है कि आज सुबह वह वड़ोदरा से वापस इंदौर आकर मुंबई के लिए रवाना हुए। महाराष्ट्र का एयरपोर्ट शिवसेना के कब्जे में होने की वजह से अपनी इस यात्रा को गोपनीय रखा और इंदौर आकर गुजरात के लिए रवाना हो गए।
हालांकि दोनों ही बार उनकी इस यात्रा के दौरान इंदौर में विमान से ना ही कोई उतरा, ना कोई चढ़ा और ना ही कोई अन्य व्यक्ति सवार हुआ। सिर्फ इस दौरान विमान में सिर्फ ईंधन भरा गया। भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने अपनी यात्रा को गुप्त क्यों रखा और ऐसे गुप्त यात्रा को करने का क्या उद्देश्य था। इसको लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं लेकिन फड़नवीस की इस यात्रा की जानकारी एयरपोर्ट पर शाम को मिली थी। जिसके बाद अधिकारियों को लगा था कि शायद कोई इंदौर से उनके साथ जाएगा या उनसे मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह भी बात सामने आ रही है कि वड़ोदरा जाना था तो फड़नवीस ने इंदौर का रास्ता क्यों चुना?
बताया जा रहा है कि फड़नवीस विमान से देर रात को करीब 10:45 बजे मुंबई से इंदौर पहुंचे और 11 बजे विमान इंदौर से वड़ोदरा के लिए प्रस्थान कर गया। जिसके बाद पुनः सुबह 4:40 बजे विमान वापस वड़ोदरा से इंदौर आया और यहां से 4:55 मिनट पर पुनः मुंबई के लिए रवाना हो गया। बताया जा रहा है कि विमान जब दोनो बार इंदौर आया इस दौरान विमान से न कोई उतरा, न कोई चढ़ा और न ही कोई अन्य सवार हुआ। फड़नवीस की यात्रा की भनक तक किसी को नहीं लग पाई। यहां की यात्रा को सभी ने गुप्त रखा और गुप्त रखने का प्रयास किया। लेकिन पत्रकार और गुप्त सूत्रों के संपर्क के चलते यह बात सामने आ गई।
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बताया जा रहा है कि अपनी इस यात्रा को गुप्त रखने के पिछे और इंदौर का मार्ग चुनने की वजह की कुछ खास है। जानकारी के अनुसार मुंबई एयरपोर्ट पर शिवसेना से जुड़े शिवसेना कामगार संघ के द्वारा काम किया जाता है और यहां पर नेताओं के आने- जानें की जानकारी भी शिवसेना तक पहुंचती है। इसी के चलते इन सब से बचने के लिए शिवसेना के बागी विधायक भी एकनाथ शिंदे के साथ सड़क मार्ग से सूरत पहुंचे थे जिसके बाद वे गुवाहाटी गए। यही कारण है कि देवेंद्र फड़नवीस की इस यात्रा में इंदौर सिर्फ बदले मार्ग का एक स्टाप हो सकता है।