अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में चीनी सेना से मुठभेड़ के मुद्दे पर आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद के दोनों सदनों में स्टेटमेंट देंगे. सरकारी सूत्रों ने यह सूचना दी. इससे पहले राजनाथ सिंह ने अपने निवास पर सीडीएस और एनएसएस के साथ महत्वपूर्ण बैठक की.
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में चीनी सेना से मुठभेड़ के मुद्दे पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज मंगलवार को अपने निवास पर महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें एनएसए अजीत डोभाल से लेकर सीडीएस और आर्मी चीफ उपस्थित थे. अब राजनाथ सिंह संसद को इस मुद्दे पर संबोधित करेंगे. सरकारी सूत्रों के अनुसार, एलएसी पर भारत-चीनी सैनिक मुठभेड़ मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में दोपहर 12:00 बजे तो राज्यसभा में दोपहर 2:00 बजे बयान देंगे.
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वास्तव में 9 दिसंबर को एलएसी पर भारतीय सैनिकों ने चीन के मंसूबों को असफल कर दिया था. तवांग के यांगत्से इलाके में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच जमकर मुठभेड़ हुई थी और भारतीय सेना के जवानों ने करीब 300 पीएलए सैनिकों को खदेड़ा था. ये चीनी सैनिक भारतीय सेना की पोस्ट को हटवाने आए थे. मगर भारतीय सैनिकों की मुस्तैदी ने चीनी सैनिकों के साज़िशों पर पानी फेर दिया. हालांकि इस मुठभेड़ में दोनों सेनाओं के कुछ सैनिक घायल हुए हैं.
इस मुद्दे पर आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में एनएसएस अजीत डोभाल और सीडीएस भी सम्मिलित रहे. बताया गया कि एनएसए और सीडीएस ने राजनाथ सिंह को एलएसी पर सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया है. बैठक के बाद राजनाथ सिंह के घर से अजीत डोभाल के अलावा, गृह सचिव को भी बाहर निकलते देखा गया.
भारतीय सेना के अनुसार , भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के समीप एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें ‘दोनों पक्षों के कुछ जवान साधारण रूप से घायल हो गए.’ पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच पिछले शुक्रवार को संवेदनशील क्षेत्र में एलएसी पर यांग्त्से के पास मुठभेड़ हुई.
भारतीय थलसेना ने एक बयान में कहा, ‘पीएलए के सैनिकों के साथ तवांग सेक्टर में एलएसी पर नौ दिसंबर को मुठभेड़ हुई, हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों का दृढ़ता के साथ सामना किया। इस मुठभेड़ में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को साधारण चोटें आईं.’ इसने कहा, ‘दोनों पक्ष तत्काल क्षेत्र से पीछे हट गए. इसके बाद हमारे कमांडर ने स्थापित तंत्रों के अनुरूप शांति बहाल करने के लिए चीनी समकक्ष के साथ फ्लैग बैठक की.’ सेना के बयान में मुठभेड़ में सम्मिलित सैनिकों और घटना में घायल हुए सैनिकों की संख्या का ज़िक्र नहीं किया गया.
भारतीय थलसेना ने कहा कि तवांग सेक्टर में एलएसी पर क्षेत्रों को लेकर दोनों पक्षों की ‘अलग-अलग धारणा’ है. सेना ने कहा, ‘अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में एलएसी से सटे अपने दावे वाले कुछ क्षेत्रों में दोनों पक्ष गश्त करते हैं। यह सिलसिला 2006 से जारी है.’ माना जाता है कि झड़प में घायल हुए चीनी सैनिकों की संख्या काफी अधिक हो सकती है. पूर्वी लद्दाख में रिनचेन ला के पास अगस्त 2020 के बाद से भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच यह पहली बड़ी मुठभेड़ हैं.