इंदौर: कल देर शाम इंदौर शहर की परम्परा को एक बार फिर लाखों लोगों द्वारा निहारा गया। अनंत चतुर्दशी के उपलक्ष्य में शुरू हुआ चल समारोह सुबह तक चलता रहा। एक बार फिर झिलमिलाती झांकियों के साथ पूरा इंदौर रात भर जगता रहा। जानकारी के अनुसार झांकियों के निकलने का सिलसिला शाम 6.30 बजे से शुरू हुआ। जिसको निहारने के लिए इंदौर शहर में भीड़ जुट गई।
खजराना गणेश की झांकी की पूजा के साथ शुरुआत चिकमंगलूर चौराहे से हुई। कलेक्टर, कमिश्नर और पंडित अशोक भट्ट के साथ झांकियों की पूजा पाठ किया गया। इसके बाद चल समारोह की शुरुआत हुई। तय क्रम के अनुसार झांकियों और अखाड़ों को लाइनअप किया गया है।
जानकरी के मुताबिक जिला प्रशासन द्वारा गणेश विसर्जन (अनंत चतुदर्शी) चल समारोह-2023 के दौरान निकलने वाली झाँकियों निर्णय के लिये गठित निर्णय के लिये गठित निर्णायक समिति द्वारा पुरस्कार के लिये निम्नानुसार झांकियों का चयन किया गया। निर्णायक समिति ने परम्परानुसार केवल मिलों की झांकियों को ही पुरस्कार चयन में शामिल किया है
आखिर में हुए निर्णयों में प्रथम पुरस्कार — राजकुमार मिल की बच्चो के मनोरंजन घर को दिया गया। वही द्वितीय पुरस्कार– मालवा मिल की कालिया मर्दन और स्वदेशी मिल की सीता हरण को मिला। तीसरा पुरस्कार– हुकुमचंद की वामन अवतार की झांकी ने जीता। वहीँ विशेष पुरुष्कार — कल्याण मिल की रामायण प्रसंग और होप मिल की चंद्रयान की झांकी को मिला।