कोरोना महामारी से उभरने के लिए वैक्सीन का इंतज़ार कर रहे लोगो को एक और झटका , जॉनसन एंड जॉनसन ने अपने कोरोना वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल को अस्थायी रूप से रोक दिया है। सोमवार को कंपनी की ओर से जारी किये गए बयान में कहा गया की ट्रायल के दौरान उसने एक अध्यन स्वयंसेवक में एक अनजान बीमारी पाए जाने के कारण अपने ट्रायल पर अस्थायी रोक लगा दिया है।
जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने कहा कि ऐसे बड़े ट्रायल जिसमे 10 हज़ार से ज्यादा लोग शामिल हो ऐसे ट्रायल में अस्थायी रोक होती रहती है। कंपनी ने कहा है की प्रतिभागी की बीमारी की समीक्षा एवं मूल्यांकन का एक स्वतंत्र डेटा और सुरक्षा निगरानी बोर्ड के साथ-साथ कंपनी के क्लिनिकल और सुरक्षा चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।
जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा इस अध्यन में लगे हुए रोक का मेडिकल से जुड़े रेगुलटरी बोर्ड की तरफ से कोई मतलब नहीं है। बता दे पूर्व में भी एस्ट्राजेनेका पीएलसी (AstraZeneca AZN.L) ने भी इस तरह ही वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल पर रोक लगा दी थी।
ब्रिटेन के एस्ट्राजेनेका ने भी एक प्रतिभागी में अस्पष्टीकृत बीमारी पाए जाने के कारण अंतिम ट्रायल पर रोक लगा दी थी। हलाकि इसके बाद काफी देशो में कोरोना वैक्सीन को लेकर परीक्षण फिर से शुरू हो गए हैं, परन्तु अभी अमेरिका में परीक्षण फिर से शुरू नहीं हो पाया है।
पिछले महीने अपने परीक्षण के दौरान जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने यह पाया था कि उनका वैक्सीन कोरोना के खिलाफ इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में काफी मदतदार है। कंपनी ने फिलहाल 60 हज़ार लोगो के ऊपर ह्यूमन ट्रायल किया है , जिसका परिणाम साल के अंत तक या 2021 की शुरुवात में आएगा।