व्यापारियों के समर्थन में आई कांग्रेस, रखी सरवटे बस स्टैंड को शुरू करने की मांग

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इंदौर। शहर के बीचों-बीच स्थित सरवटे बस स्टैंड को शुरू करने की मांग को लेकर व्यापारी अब विरोध पर उतर आए हैं। साथ ही अब व्यापारियों की परेशानी को लेकर कांग्रेस नेता पिंटू जोशी समेत अन्य कांग्रेस नेता भी उनके समर्थन में उतर आए हैं। बता दें कि, बीते तीन सालों से बस स्टैंड के बंद रहने से आसपास के व्यापारियों पर आर्थिक संकट आ गया है। जिसको देखते हुए व्यापारियों ने मांग की है कि जल्द ही बस स्टैंड को शुरू किया जाए। इसके लिए व्यापारियों और कांग्रेस नेताओं ने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की है और मुख्यमंत्री से बस स्टैंड का उद्घाटन करने के लिए समय मांगा है।

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वहीं कांग्रेस नेता पिंटू जोशी ने कहा कि, सरवटे बस स्टैंड की पुरानी इमारत जर्जर होने के कारण नगर निगम ने नई इमारत बनाने की योजना तैयार की थी। तीन साल पहले जहां से बसों का संचालन बंद क पुरानी बिल्डिंग को तोड़ा गया था। वहीं अब नई बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है। इमारत का निर्माण हुए 5 महीने पूरे हो चुके हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री के कई कार्यक्रम इंदौर शहर में हुए, लेकिन बस स्टैंड का उद्घाटन करने का समय सीएम ने नहीं दिया। अब कांग्रेस नेताओं और आसपास के व्यापारियों ने बस स्टैंड को जल्द शुरू करने की मांग की है। .

उन्होंने कहा कि, व्यापारी संगठन और कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को हस्ताक्षर अभियान चलाकर सीएम से उद्घाटन के लिए समय की मांग की है। अगर तीन दिन में कोई संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिलता है तो व्यापारी एक दिन के लिए अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। वहीं क्षेत्र के व्यापारी सोनू यादव का कहना है कि बस स्टैंड के आसपास कई दुकानें, रेस्टोरेंट, भोजनालय हैं जो बस स्टैंड पर आने वाले यात्रियों पर आधारित हैं। तीन साल से बस स्टैंड बंद है ऐसे में व्यापारी पहले ही बड़े नुकसान में चले गए हैं अब अगर बस स्टैंड जल्दी शुरू नहीं होता है तो उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।

सोमवार को चलाए गए हस्ताक्षर अभियान में शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, वरिष्ठ पूर्व पार्षद छोटे यादव, राजेश चौकसे, विवेक खण्डेलवाल, अनूप शुक्ला, देवेंद्र यादव, नीलेश पटेल, नीलेश सेन, हरीश पटेल, अमित चौरसिया, विनय यादव, विशाल शर्मा, सौरभ खंडेलवाल, आयुष बोयत, एजाज़ भाई, शिव यादव, जीत मालवीय, श्यामलाल धाकड़, घनश्याम जोशी, मनोज शर्मा, सुनील पांडे आदि बड़ी संख्या में व्यापारी एवं सहयोगी शामिल रहे।