इंदौर। प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार लेकर इंदौर लौटे कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि यह पुरस्कार वास्तविकता में इंदौर जिले के लोगों का है। क्योंकि अगर वे स्वच्छता में सहभागिता नहीं करते तो आज यह पुरस्कार हासिल नहीं होता। आज इंदौर पहुंचने पर कलेक्टर मनीष सिंह का स्वागत किया गया।
दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में 2 दिन पूर्व इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह को स्वच्छ भारत मिशन में जिले के लोगों की सबसे अधिक सहभागिता करने को लेकर प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार दिया गया है। यह उत्कृष्टता पुरस्कार लेकर लौटे कलेक्टर मनीष सिंह भावुक हो गए उन्होंने आज फिर कहा कि यह पुरस्कार इंदौर के आम नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, सफाई मित्रों और मीडिया कर्मियों को समर्पित करता हूं। क्योंकि उनकी वजह से ही यह इतना बड़ा पुरस्कार इंदौर को मिला है। उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार के लिए किस तरह की चयन प्रक्रिया अपनाई जाती है। इन सभी में इंदौर ने सर्वोच्च प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इंदौर शहरी, हातोद बेटमा और गौतमपुरा की नगर पंचायतों की स्वच्छता का प्रेजेंटेशन इस पुरस्कार के लिए किया गया था । स्वच्छता के इस मॉडल में आम लोगों की जनभागीदारी को सर्वश्रेष्ठ माना गया। उन्होंने कहा कि इंदौर जिले में लगभग 40 लाख लोग स्वच्छता के इस महाअभियान से जुड़े हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुसार जल्द ही जिले के पूर्व कलेक्टरों को आमंत्रित किया जाएगा और इंदौर के विकास में उनकी सहभागिता और उनके कार्यकाल में किए गए कार्यों की जानकारी हासिल की जाएगी आज इंदौर लौटने पर कलेक्टर मनीष सिंह का नगर निगम सफाई कामगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप करोसिया और अन्य ने स्वागत किया।