दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को सोनम वांगचुक से मिलने के लिए बवाना थाने का दौरा किया, लेकिन पार्टी का दावा है कि उन्हें मिलने नहीं दिया गया। इस दौरान, थाने के बाहर लोगों ने प्रदर्शन किया।
विधायक जय भगवान की टिप्पणी
आप विधायक जय भगवान ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री को मिलने नहीं दिया जा रहा है, तो आम जनता की स्थिति क्या होगी? उन्होंने यह भी कहा कि सोनम वांगचुक को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश में गिरफ्तार किया गया है।
लद्दाख के लोगों की मांग
आतिशी ने स्पष्ट किया कि लद्दाख के लोग एलजी (लेफ्टिनेंट गवर्नर) राज्य नहीं चाहते, बल्कि वे चाहते हैं कि निर्णय उनकी चुनी हुई सरकार द्वारा लिए जाएं। उन्होंने कहा, “हम लद्दाख के लोगों के साथ हैं,” यह दर्शाते हुए कि पार्टी इस मुद्दे पर उनके समर्थन में खड़ी है।
Delhi: दिल्ली सीमा पर पुलिस की कार्रवाई
सोनम वांगचुक और उनके समर्थक 2 अक्टूबर को दिल्ली के राजघाट पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे थे, लेकिन उन्हें सिंघु बॉर्डर पर रोका गया। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के लिए वहां सैकड़ों पुलिस बल तैनात किए थे, और कई लेनों को ब्लॉक कर दिया था, जिससे सिंघु बॉर्डर पर लंबा जाम लगा रहा। उत्तरी और मध्य दिल्ली में विरोध प्रदर्शनों की आशंका को देखते हुए धारा 144 लागू की गई थी।
Delhi: केजरीवाल का बयान
आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोनम वांगचुक पर की गई कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि सरकार कभी किसानों को और कभी लद्दाख से आने वाले लोगों को दिल्ली आने से रोकती है। उन्होंने सवाल किया कि क्या दिल्ली किसी एक व्यक्ति की संपत्ति है, और सभी को दिल्ली आने का अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि शांतिपूर्ण नागरिकों से डरना गलत है।