दिसंबर महीने की शुरुआत के साथ प्रदेश के मौसम में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहे है। कहीं काले बादल तो कहीं घना कोहरा देखने को मिला। सुबह-सुबह ठंडी हवाओं के साथ घना कोहरा देखने को मिलता। दोपहर में हल्की धुप तो शाम को फिर से ठण्ड का प्रकोप जारी हो जाता है। इस महीने की शुरुआत से ही दिन और रात के तापमान में काफी गिरावट देखने को मिला है। उत्तर भारत में भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसका असर राज्य के कई हिस्सों में देखने को मिल सकता है। इसकी वजह से कई जिलों में बादल छाए रह सकते है।
पश्चिमी विक्षोभ(वेस्टर्न डिस्टरबेंस) का दिखेगा असर:
उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो गया है। इसका प्रभाव मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल सकता है। अगले दो दिन यानी 13 और 14 दिसंबर को भोपाल समेत प्रदेश के जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, खंडवा और दूसरे शहरों में बादल छा सकते हैं। ऐसे में राज्यों के कई शहरों में हल्की बारिश का दौर भी देखने को मिल सकता है। हालांकि राज्य में बादल काफी ऊंचाई पर बने हुए हैं। जिसकी वजह से बारिश की संभावना नहीं जताई जा रही है।
दिन-रात के तापमान में दिखी गिरावट:
दिसंबर के पहले और दूसरे हफ्ते में प्रदेश के तापमान में गिरावट देखने को मिली है। मगर दिन-रात के तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आएगी। राज्य के ज्यादातर शहरों में रात में तापमान 12 डिग्री और दिन में 25-26 डिग्री के आसपास ही रहने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ गुजरने के बाद ठंड का असर फिर से बढ़ सकता है। कुछ दिनों बाद अचानक से रात में ठण्ड का असर ज्यादा देखने को मिला सकता है।
कुछ शहरों में छाया रहेगा घना कोहरा:
प्रदेशभर में बारिश के आसार तो काफी कम दिखाई दे रहे है। मगर फिर भी राज्य के कई शहरों में घना कोहरा छाया रहेगा। जिनमे भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, खंडवा जैसे शहर शामिल है। दोपहर में हल्की धुप के साथ लोगों को ठंड से राहत जरूर मिलती है। मगर सुबह और शाम ठंड का असर देखने को मिलता है। रात में भी ठंडी हवाओं के साथ तापमान में गिरावट जरूर है। मध्यप्रदेश में राजगढ़ सबसे ठंडा है। यहां रात का तापमान 7.2 डिग्री दर्ज हुआ है।