संविधान दिवस पर टाउन हॉल में गरिमामय कार्यक्रम

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By Abhishek SinghPublished On: November 26, 2025

संविधान दिवस के अवसर पर आज टाउन हॉल, शास्त्री चौक में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय शामिल हुए। उन्होंने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा एवं उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री साय की उपस्थिति में संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया गया, जिसमें सभी अतिथियों, अधिकारियों एवं विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संविधान की महत्ता, उसके मूल्यों और नागरिक कर्तव्यों पर प्रेरक उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार स्तंभ है। साय ने कहा कि, आज सौभाग्य का विषय है कि हम सब 75 वां संविधान दिवस मनाने एकत्र हुए हैं। आप सभी लोगों को संविधान दिवस की बहुत बधाई व शुभकामनाएं।

मुख्यमंत्री साय ने भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के जयघोष के साथ बाबासाहब भीमराव अंबेडकर को नमन करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संविधान दिवस पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि देश का संविधान किताब नही, ग्रंथ है जो सभी भारतवासियों को स्वतंत्रता से जीने का अधिकार देता है और अपनी बातों को मर्यादा के साथ समाज के बीच रखने की स्वतंत्रता भी देता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, यह हमारे संविधान की महत्ता है कि एक सामान्य व्यक्ति भी देश के सर्वोच्च पद पर पहुँच सकता है। संविधान में आज सभी वर्गों के विकास की व्यवस्था समाहित है और सबका समुचित विकास हो रहा है।

साय ने संविधान निर्माण में छत्तीसगढ़ की भूमिका उल्लेखित करते हुए कहा कि, संविधान के निर्माण में पूरे देश के लोगों ने भाग लिया। हमारे छत्तीसगढ़ के गौरव पंडित रविशंकर शुक्ल, बैरिस्टर छेदीलाल और डॉ. घनश्याम गुप्ता भी समिति में शामिल थे, आज के इस अवसर पर हम उन सभी को नमन करते हैं। इसके पश्चात संविधान पर आधारित 5 मिनट की लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया, संविधान की स्पिरिट दर्शाती इस लघु फ़िल्म में यह दिखाया गया कि संविधान ने किस तरह से देश के विकास की नींव रखी, जिसे उपस्थित दर्शकों ने सराहा।