छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने वाले है लेकिन चुनावी साल में भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता नंद कुमार साय ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और संगठन के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
वीडियो में नंदकुमार साय ये कह रहे हैं कि एक नेता ने मुझसे कहा कि ‘मुख्यमंत्री तो आपको ही बनाना था पर आप चुनाव नहीं जीत पाए। परिणाम ये हुआ कि किसी अन्य को बना दिया गया। लाठी, डंडा, मेहनत परिश्रम हमने किया। हमको किसी प्रकार का कोई भी दायित्व नहीं दिया गया। मेरे बड़े भाई दिलीप सिंह जुदेव को नीचा दिखाया गया। बीजेपी शासनकाल में ब्यूरोक्रेट्स हावी हो गए थे। कार्यकर्ता किनारे हो गए थे। जिसका मैं विरोध करता था। मैं कहता था कि यहां के कार्यकर्ताओं की सुनी जानी चाहिए। उनके हिसाब से काम होना चाहिए।
वहीं उनके इस वीडियो के नंदकुमार साय के इस्तीफे से सत्ता पक्ष को फिर एक बार बीजेपी को घेरे में लेने का मौका मिल गया है. सीएम बघेल ने इस्तीफे की कॉपी शेयर करते हुए लिखा कि आज नंदकुमार साय ने अपने साथ-साथ आदिवासियों के मन की बात भी कह दी है। प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय भारतीय जनता पार्टी छोड़ने को मजबूर हुए।