बदलती जीवनशैली स्वास्थ्य के लिए बन रही है खतरे की घंटी, इन बदलावों के साथ नए साल की करें शुरुआत – डॉ. स्वप्निल जायसवाल

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हमारी ज़िंदगी में स्वास्थ्य का बेहतर होना जरुरी है, क्योंकि अच्छा स्वास्थ्य हमारे जीवन पर सकारात्मक रुप से प्रभाव डालता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही प्लानिंग कर उस पर अमल करना बेहद जरुरी है, लेकिन कई बार हम यह सोचते हैं कि हमारे पास समय नहीं है और टाल-मटोल कर अपनी प्लानिंग को खराब कर देते हैं। नए वर्ष के साथ अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए यह दृढ़ निश्चय कर लें कि अब आपके स्वास्थ्य के साथ कोई लापरवाही नहीं करना है। इसे लेकर इंदौर के कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल के डॉ. स्वप्निल जायसवाल, कन्सल्टेन्ट, इंटर्नल मेडिसिन इन जरुरी बातों पर अमल करने पर जोर दे रहे हैं-

योजना बनाकर वजन को रखें नियंत्रित

वज़न को नियंत्रित रखना जरुरी है जिसके लिए BMI (Body Mass Index) इंडेक्स से आपके कद के अनुसार आपका आदर्श वजन कितना होना चाहिए, यह पता किया जा सके। यदि रोजाना अपनी कैलोरी की मात्रा को लेकर सजग रहेंगे तो निश्चित ही वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। स्वास्थ्य में खाने पर नियंत्रण के साथ ही शारीरिक गतिविधियां भी जरुरी हैं क्योंकि शारीरिक गतिविधियों से शरीर में रक्त का संचार सुचारु रुप से होता है, जिससे शरीर का हर अंग ठीक तरह से काम करने में सक्षम हो पाता है। रोजाना 30-40 मिनट की कार्डियो एक्सरसाइज करने से दिल का स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा और हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल या डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचने में भी मदद मिलेगी।

खाने में पर्याप्त पोषण होना जरुरी

अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है प्रोसेस्ड फूड कम खाना और नमक, चीनी की मात्रा कम रखना, क्योंकि इनकी अधिक मात्रा हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं। अधिकांश लोगों में मोटापे की समस्या इन्ही कारणों से बढ़ रही है इसीलिए बेहतरी इसी में है कि हम इन चीजों को खाने के बजाए घर का शुध्द भोजन ही खाएं जिसमें सभी तरह के न्यूट्रीशियन्स हो। अपने खाने में प्रोटीन, विटामिन्स और अन्य आवश्यक तत्वों को जरुर शामिल करें जो स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखें। इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में पानी भी पिएं, जिससे शरीर हाइड्रेटेड रहे।

पर्याप्त नींद लेना स्वास्थ्य के लिए जरुरी

नींद की कमी आपकी याददाश्त, भावनाओं, वजन और यहां तक कि आपकी चेहरे पर भी असर डालती है। हालांकि अधिक समय तक सोते रहना भी हानिकारक होता है, लेकिन समय पर सोना और समय पर उठना दोनों ही जरुरी है। इसके अलावा 7-8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है।

नेशनल स्लीप फाउंडेशन के अनुसार, अधिकांश नींद की समस्याएं खर्राटों, दवा के दुष्प्रभावों और अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों, जैसे एसिड रिफ्लक्स, डिप्रेशन और प्रोस्टेट समस्याओं का परिणाम हैं। यदि नींद नहीं आने की समस्या से परेशान हैं तो अपने डॉक्टर से उचित परामर्श लेकर विश्राम तकनीकों का अभ्यास करके अधिक संतोषजनक नींद का आनंद ले सकते हैं।

ऑफिस का कार्य करते वक्त बैठने का तरीका

ऑफिस में कार्य करते वक्त हमारे बैठने का तरीका सही ढंग से रखना चाहिए, क्योंकि इससे आंखों के तनाव, मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं और मानसिक थकान को रोका जा सकता है। अपने लेपटॉप या कम्प्यूटर के मॉनिटर को इस प्रकार समायोजित करें कि आपकी स्क्रीन की रोशनी ज्यादा न हो, जिससे आपकी आंखों पर असर न पड़े।

अपने हाथों और जांघों को फर्श के समानांतर और अपनी पीठ को सहारा देकर बैठें। यदि आवश्यक हो तो पीठ को अतिरिक्त सहारा देने के लिए तकिये या मुड़े हुए तौलिये का उपयोग करें। जब आपकी उंगलियां कीबोर्ड की मध्य पंक्ति में हों तो आपकी कलाइयां सीधी और आराम वाली स्थिति में होनी चाहिए और आपकी कोहनियां ढीली हो और लॉक नहीं होनी चाहिए। अंत में, अपने कार्य क्षेत्र को अव्यवस्थाओं से मुक्त रखें।

स्मोकिंग करने से बचें

धूम्रपान छोड़ने के केवल 24 घंटों में, दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता है, धूम्रपान छोड़ने से मध्यम आयु वर्ग में धूम्रपान करने वालों के जल्दी मरने का जोखिम लगभग आधा हो जाता है। वे लोग जो स्मोकिंग करते हैं उन्हें एक्सरसाइज उस समय करना चाहिए जब सिगरेट पीने की सबसे अधिक इच्छा हो और धूम्रपान के बजाय पैदल चलने या बाइक चलाएं जिससे धम्रपान करने की इच्छा कम हो सकती है। ध्यान रहे कि अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नियमित चेकअप कराना बेहद जरुरी है, ताकि समय पर किसी भी समस्या का इलाज करवा सके। इसके लिए ऐसे अस्पताल का चुनाव करें, जहां फुल टाईम स्पेशल्टी की सुविधा उपलब्ध हो।