कार्डियोजेनिक शॉक एवं सल्फास विषाक्त मरीजों के लिए केयर CHL हॉस्पिटल की जीवन रक्षक पहल ‘VA-ECMO’

Shivani Rathore
Published on:

Indore News : केयर सीएचएल अस्पताल ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए वीनो-आर्टीरियल एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (VA ECMO) कार्यक्रम की शुरुआत की है। यह कार्यक्रम कार्डियोजेनिक शॉक से पीड़ित मरीजों के जीवन को बचाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है।

केयर सीएचएल अस्पताल का यह नया ECMO कार्यक्रम, जिसका नेतृत्व ECMO में विशेषज्ञता प्राप्त डॉ. निखिलेश जैन कर रहे हैं, जो कार्डियोजेनिक शॉक के मरीजों के लिए एक नई आशा की किरण है।”

कार्डियोजेनिक शॉक एक गंभीर स्थिति है जिसमें हृदय अचानक शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप करने में असमर्थ हो जाता है। इस स्थिति में VA ECMO एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह तकनीक हृदय और फेफड़ों के कार्य को अस्थायी रूप से संभालती है, जिससे मरीज के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त मिलता रहता है।

डॉ. निखिलेश जैन, निदेशक, गहन चिकित्सा सेवाएँ, जो ECMO में फेलोशिप धारक हैं, इस कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा VA ECMO तकनीक कार्डियोजेनिक शॉक के गंभीर मामलों में एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह न केवल सल्फास खाए हुए मरीज और कभी कभी प्रसव के बाद होने वाली कार्डियोमायोपैथी जैसी स्थितियों में, बल्कि अन्य गंभीर हृदय समस्याओं में भी मददगार साबित हो सकती है।”

यह तकनीक मरीजों को तत्काल सहायता प्रदान करती है, जो अंगों को अपरिवर्तनीय क्षति से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। यह डॉक्टरों को कार्डियोजेनिक शॉक के मूल कारण की पहचान करने और उसका इलाज करने का समय देती है।

केयर सीएचएल अस्पताल का यह नया कार्यक्रम गंभीर हृदय रोगियों के लिए एक नई आशा लेकर आया है। यह तकनीक जटिल और संसाधन-गहन होने के बावजूद, उन मरीजों के लिए जीवन रेखा साबित हो सकती है जिनके लिए पारंपरिक उपचार पर्याप्त नहीं हैं।