भारत के बैंकिंग इतिहास में दर्ज होने वाला एक ऐतिहासिक अवसर सामने आया है। एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU SFB) को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से यूनिवर्सल बैंक बनने की सैद्धांतिक अनुमति मिल गई है। इस नोटिफिकेशन के साथ, एयू यूनिवर्सल बैंक बनने की अनुमति पाने वाला भारत का पहला स्मॉल फाइनेंस बैंक बन गया है, बैंक ने अपने उद्देश्य, प्रतिबद्धता और अनुशासन से इस उपलब्धि को आकार दिया है।
यह नियामकीय अनुमति एयू के मजबूत बिज़नेस मॉडल, सुदृढ़ प्रशासन, और वित्तीय समावेशन के प्रति इसके दीर्घकालिक समर्पण की दृढ़ता से पुष्टि करता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, यह उपलब्धि एयू की संपूर्ण बैंक के रूप में विकास यात्रा की पुष्टि करती है, एक ऐसा बैंक जो आज के ग्राहकों की उम्मीदों के अनुरूप रिटेल, व्यापारिक और डिजिटल समाधानों सहित संपूर्ण बैंकिंग प्रोडक्ट और सेवाएं पेश करता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक के नोटिफिकेशन के अनुसार, एयू अब अपने परिवर्तन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए ज़रूरी नियामकीय और संचालन संबंधी शर्तों को पूरा करने की दिशा में काम करना शुरू करेगा। इस परिवर्तन के लिए आवेदन 3 सितंबर 2024 को जमा किया गया था।
कौन है संजय अग्रवाल
एयू के असाधारण सफर के केंद्र में एयू के संस्थापक, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय अग्रवाल हैं, जिनकी कहानी भारत की उद्यमशीलता की भावना की मिसाल है। 1996 में, महज 26 साल की उम्र में जयपुर के एक गोल्ड मेडलिस्ट चार्टर्ड अकाउंटेंट, पहले पीढ़ी के उद्यमी और क्रिकेट प्रेमी अग्रवाल ने पारंपरिक कॉर्पोरेट करियर को ठुकराकर एक फाइनेंस कंपनी शुरू की। उनका एकमात्र विश्वास था कि भारत के सुविधाओं से वंचित और बिना बैंकिंग सुविधा वाले नागरिक भी सम्मानजनक वित्तीय सेवाओं के हकदार हैं।
उनके पास कोई संस्थागत पूंजी नहीं थी और न ही विरासत में कोई पहचान मिली थी, फिर भी अग्रवाल ने एक लेंडिंग कंपनी की स्थापना की, जिसका उद्देश्य राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले छोटे उद्यमियों को वाहन फाइनेंसिंग की सुविधा मुहैया कराना था। जो सफर एक साधारण से सपने के साथ शुरुआत हुआ था, वह आज दृढ़ निष्ठा की केस स्टडी, निरंतर विकास, सटीक क्रियान्वयन और संस्थागत निर्माण की मास्टरक्लास बन चुका है।
एयू बैंक के संस्थापक, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय अग्रवाल ने कहा “भारतीय रिज़र्व बैंक से यूनिवर्सल बैंक बनने की सैद्धांतिक अनुमति प्राप्त कर हमने इतिहास रच दिया है। यह पड़ाव केवल एक नियामकीय उपलब्धि नहीं है, बल्कि हमारे उद्देश्य, हमारे संयम और हमारे जुनून को और भी मजबूत करता है।
भारत केवल एक बाज़ार नहीं, भारत एक मिशन
एयू सिर्फ एक बैंक नहीं है – एयू एक मिशन है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिल्कुल सही कहा है “भारत केवल एक बाज़ार नहीं है, भारत एक मिशन है।” एयू में, हम हर दिन इस मिशन को जीते आए हैं। हमारा सफर हमेशा बैंकिंग से कहीं आगे रहा है – यह एक समावेशी, सशक्त और उद्यमशील भारत के निर्माण की कहानी है।
हम भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, जिन्होंने ऐसा पारदर्शी और समर्थ इकोसिस्टम तैयार किया जिसमें एयू जैसे संस्थान ईमानदारी के साथ विकास कर सकें। यह उपलब्धि उन सभी हितधारकों को समर्पित है जिन्होंने हमारा साथ देकर इस सफर को संभव बनाया – हमारे ग्राहक, जिनके विश्वास ने हमें गढ़ा; हमारे एम्प्लॉयीज, जिनकी एनर्जी हमारी प्रेरणा रही; हमारे निवेशक और साझेदार, जिन्होंने हमारे मॉडल पर यकीन किया; और हमारे निदेशक मंडल, जिनका मार्गदर्शन इस सफर में बेहद अहम रहा।
यह स्वीकृति सिर्फ़ हमारी विकास क्षमता को नहीं दर्शाता, बल्कि ज़िम्मेदारी से आगे बढ़ने की हमारी प्रतिबद्धता को भी मान्यता देता है। यह इस बात का प्रमाण है कि AU ने अपनी व्यापक पहुंच, विवेकपूर्ण सेवा और हर आर्थिक स्तिथि में मज़बूती से टिके रहने की क्षमता के बल पर यह स्थान हासिल किया है। इस नए अध्याय में कदम रखते हुए, हम विनम्रता, जिम्मेदारी और एक स्थानीय संस्थान के गौरव के साथ आगे बढ़ रहे हैं, जो हमारे लोगों, हमारे राष्ट्र और विकसित भारत 2047 के विजन की सेवा के लिए तैयार है।“
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के बारे में
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड (एयू एसएफबी) एक शैड्यूल कमर्शियल बैंक है और अप्रैल 2017 में अपनी बैंकिंग यात्रा शुरू करने के बाद से इसने खुद को भारत के सबसे बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंक के रूप में स्थापित किया है। पहली पीढ़ी के उद्यमी श्री संजय अग्रवाल ने 1996 में इसकी स्थापना की है। एयू एसएफबी सेवा की गहरी जड़ों वाली सेवा की विरासत के साथ अपने संचालन के 30वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है।
इसमें एक बैंक के रूप में आठ साल से अधिक हो चुके हैं। तीन दशकों में यह एक स्थिर और समावेशी वित्तीय संस्थान के तौर पर विकसित हुआ है, जो मजबूत रिटेल बैंकिंग मॉडल के माध्यम से वंचित और कम पहुंच वाले समुदायों को सशक्त बनाता है। एयू को यूनिवर्सल बैंक में बदलने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।
1.60 लाख करोड़ से अधिक की बैलेंस शीट
तकनीक आधारित बैंक के रूप में, एयू 24×7 वीडियो बैंकिंग, व्हाट्सएप बैंकिंग, चैटबॉट्स, यूपीआई क्यूआर, मर्चेंट लेंडिंग और अपने पुरस्कार विजेता एयू 0101 ऐप जैसे इनोवेशंस के माध्यम से अलग-अलग डिजिटल अनुभव प्रदान करता है। 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 2,505 से अधिक बैंकिंग टचपॉइंट्स का एयू का व्यापक नेटवर्क 1.15 लाख करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है, जो 53,000+ एम्प्लॉयीज के वर्कफोर्स द्वारा संचालित है। 30 जून 2025 तक एयू के पास ₹17,800 करोड़ का शेयरधारक फंड, ₹1,27,696 करोड़ का डिपॉजिट बेस, ₹1,17,624 करोड़ का कुल लोन पोर्टफोलियो और ₹1.60 लाख करोड़ से अधिक की बैलेंस शीट है।
एयू एसएफबी एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध है और क्रिसिल रेटिंग्स, आईसीआरए लिमिटेड, केयर रेटिंग्स और इंडिया रेटिंग्स द्वारा इसे ‘एए/स्टेबल’ रेटिंग दी गई है। इसके फिक्स्ड डिपॉजिट को क्रिसिल रेटिंग्स से ‘एए+/स्टेबल’ रेटिंग मिली है, जो इसकी वित्तीय मजबूती और निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।