बिहार में बड़ी राजनीतिक हलचल के बाद एनडीए की नीतीश सरकार फ्लोर टेस्ट में विश्वास मत हांसिल कर दी है। जहां पक्ष में 129 वोट पड़े है। हालांकि विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया था। नीतीश कुमार को अपनी सरकार को बचाने के लिए122 विधायकों के समर्थन की जरूरत थी।
फ्लोर टेस्ट से पहले पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला है । तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार को बधाई दी और कहा कि 9वी बार शपथ लेकर इतिहास रच दिया आपने । नीतीश कुमार को हम अभिवावक मानते है। उन्होनें तंज कसते हुए कहा कि हम नाचने गाने के लिए थोड़ी ना हैए आपने जो कहा था कि मेरा मन नही लगता है। पीएम मोदी पर हमला बोला और कहा कि मोदी जी क्या गारंटी लेगें नितीश फिर से नही पलटेंगे ।
शपथ के दौरान नीतीश कुमार ने राज्यपाल के सामने 128 विधायकों के समर्थन का दावा किया है ।लेकिन पिछले कुछ दिनों में इस बात की आशंका जतायी जा रही है कि जदयू और बीजेपी के कुछ विधायक विद्रोह कर सकते हैं ,साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लेकर भी कई तरह की अटकलें लगायी जा रही थी । हालांकि इससे पहले पीएम मोदी के साथ रहने का दावा किया था। वही शक्ति परीक्षण के पहले स्पीकर को हटाने के लिए अविश्वास मत लाया गया है।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने सरकार बनाने के लिए राजभवन में कुल 128 विधायकों का समर्थन दिखायाए जिसके आधार पर उन्हें नए मंत्रिमंडल के साथ शपथ दिलाई गई।विपक्ष की बात करें तो राजभवन ने विपक्षी खेमे को सरकार बनाने का न्यौता नहीं दियाए क्योंकि उसके पास 114 विधायक ही बच रहे थे। सबसे बड़ी पार्टी राजद के पास अपने 79 विधायक थे। उसके बाद कांग्रेस के 19 और वामदलों के 16 विधायक।