Kailash Gehlot: कैलाश गहलोत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (आप) से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में शामिल हो गए हैं। सोमवार को उन्होंने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे। इससे पहले, रविवार को कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी से अपनी प्राथमिक सदस्यता भी त्याग दी थी, जिससे पार्टी को एक बड़ा झटका लगा।
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Former Delhi Minister Shri Kailash Gehlot joins the BJP at party headquarters in New Delhi https://t.co/3ZwAtoAwXw
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 18, 2024
“यह कदम आसान नहीं था”
कैलाश गहलोत ने बीजेपी जॉइन करने के बाद कहा कि यह निर्णय उनके लिए अचानक नहीं था और उन्होंने यह कदम कोई दबाव महसूस कर के नहीं उठाया। गहलोत ने स्पष्ट किया कि उन्होंने आम आदमी पार्टी छोड़ने का फैसला खुद लिया है, और यह कदम उनके लिए सहज नहीं था। उनका कहना था कि वह अन्ना हजारे के आंदोलन से प्रेरित होकर आम आदमी पार्टी से जुड़े थे और दिल्ली के विकास के लिए काम कर रहे थे। उन्होंने उन लोगों को जवाब दिया जो कह रहे थे कि यह कदम ईडी और सीबीआई के दबाव में लिया गया है, और इसे पूरी तरह से गलत बताया।
आम आदमी पार्टी की विचारधारा से निराश
कैलाश गहलोत ने कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू में जिस उद्देश्य के साथ बनी थी, वह अब पीछे छूट चुका है। उनका कहना था कि पार्टी ने जो वादे किए थे, वे अधूरे रह गए हैं, और दिल्ली के विकास के लिए पार्टी के द्वारा किए गए वादों में कोई वास्तविकता नहीं दिख रही है। गहलोत ने विशेष रूप से यमुना नदी के सफाई के वादे का जिक्र करते हुए कहा कि यह वादा भी अब अधूरा रह गया है और यमुना पहले से भी अधिक प्रदूषित हो गई है।
केंद्र और दिल्ली सरकार के साथ मिलकर काम करने की जरूरत
कैलाश गहलोत ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार को केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहिए, ताकि राष्ट्रीय राजधानी का समग्र विकास हो सके। उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से प्रभावित होने की बात भी कही और कहा कि उन्होंने हमेशा उनके मार्गदर्शन में काम किया है और भविष्य में भी करेंगे। गहलोत ने कहा कि यदि दिल्ली और केंद्र सरकार आपस में मिलकर काम करें, तो राष्ट्रीय राजधानी में विकास की गति तेज हो सकती है।