इंदौर 31 मार्च, 2022
इंदौर जिले को स्वच्छता, जल संरक्षण के बाद अब स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी एक और बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई है। इंदौर जिले के 36 स्वास्थ्य केंद्रों को कायाकल्प योजना के तहत पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार स्वास्थ्य केन्द्रों में गुणवत्तापूर्ण उच्च मानकों के आधार पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने और स्वच्छता के लिये मिला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के नेतृत्व में इंदौर सिर्फ शहर की स्वच्छता में नहीं बल्कि अस्पतालों और स्वास्थ केंद्रों की स्वच्छता व संक्रमण मुक्त वातावरण में स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध कराने के क्षेत्र में भी नया कीर्तिमान स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
ALSO READ: MP में लाड़ली लक्ष्मी योजना का सफल क्रियान्वयन, 43 लाख बेटियां हुई लाभान्वित
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मध्य प्रदेश में घोषित किए गए कायाकल्प अवार्ड योजना में इंदौर के 36 संस्थाओं को स्वच्छता के उच्च मानकों के लिए पुरस्कृत किया गया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने उक्त सभी संस्थाओं से जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों को इस सफलता के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें आशा है कि आगे आने वाले समय में भी जिले के सभी हेल्थ प्रोफेशनल्स अपनी संस्थाओं को स्वच्छ और हाइजीनिक रख कर जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते रहेंगे।
विदित है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों के अनुपालन में जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में कायाकल्प योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर सुविधाएं व रख रखाव सहित कई अन्य तरह की सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार की ओर से कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई थी। बताया गया कि इंदौर के कलारिया उपस्वास्थ्य केंद्र ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसी तरह इंदौर के शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाणगंगा प्रदेश का एकमात्र शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है जिसका सर्वे में चयन कर कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
ALSO READ: Bihar 10th Board Result: 10वीं बोर्ड में 79.88% छात्र हुए पास, जानें किसने किया टॉप
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सैत्या ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड की सभी श्रेणियों में इंदौर जिले का श्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। स्वास्थ्य संस्थाओं में कायाकल्प का उद्देश्य संस्थाओं में गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदायगी तथा हितग्राहियों की संतुष्टि है। कायाकल्प के अंतर्गत कई मानदण्डों जैसे कि सेवा की संतुष्टि, स्वच्छता, बायामेडिकल वेस्ट का निष्पादन, संक्रमण से रोकथाम, सकारात्मक परिवेश के आधार पर नामांकित संस्थाओं को गुजरना होता है।
तीन स्तरों पर नामांकित संस्था का मूल्यांकन होता है, पहले संस्था स्वयं को नामांकित कर अपना दावा प्रस्तुत करती हैं, तद्पश्चात जिला तथा राज्य स्तर पर मूल्यांकन होता है। निरीक्षण, रिकार्ड संधारण, स्टाफ तथा मरीजों का इंटरव्यू किया जाता है। प्रत्येक स्तर पर 70 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाली संस्थाओं को पुरुस्कार के लिए नामांकित किया जाता है।
ALSO READ: इस वजह से युवाओं में हो रहा है ज्वाइंट पेन, आप भी हो जाए सावधान
इंदौर में विभिन्न श्रेणियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पुरस्कार अपने नाम किए हैं। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आजाद नगर को प्रथम पुरुस्कार के रूप में दो लाख रुपये तथा शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गंगा को दस लाख रुपये का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। सुभाष नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को प्रथम पुरस्कार के रूप में एक लाख पचास हजार रुपये प्राप्त हुए। इसके साथ ही साथ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजेन्द्र नगर, एमओजी लाईन, शिवबाग, बड़ी स्वाल टोली, मूसाखेड़ी, निहालपुर मंडी, बिचौली हप्सी, सुदामा नगर, खजराना एवं लसूड़िया संजीवनी, बाबुमुराई, सिविल डिस्पेंसरी, भंवरकुआ, जूनी इंदौर, अरण्य, कनाड़िया तथा निरंजनपुर को प्रोत्साहन पुरस्कार स्वरूप पचास-पचास हजार रुपये प्राप्त हुए।
इंदौर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सांवेर तथा पीसी सेठी सिविल अस्पताल को एक-एक लाख रुपये का प्रशस्ति पुरुस्कार प्राप्त हुआ। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शिप्रा को लगातार तीसरी बार इस श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ, जिसके फलस्वरूप उसे दो लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई। इसी श्रेणी में कम्पेल, सिमरोल तथा पालिया को पचास-पचास हजार रुपये के प्रशस्ति पुरस्कार प्राप्त हुए।
उपस्वास्थ्य केन्द्र हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर कनाड़िया को प्रथम पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये तथा धरमपुरी एवं बुढ़ीबरलाई को द्वितीय पुरस्कार के रूप में पचास हजार रुपये प्राप्त हुए, जिसे दोनों संस्थाओं में पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये में बांटा गया। सेकेण्ड रनरअप बिसनावदा को पैतिस हजार रुपये का पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त लिम्बोदागारी, पलासिया, बारोली, मकोदिया, मुरादपुरा, सोलसिंदा, माता बरोदी को प्रोत्साहन पुरस्कार स्वरूप पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये प्राप्त हुए।