श्रावण के सोमवार को भगवान शंकर के जलाभिषेक के दौरान बिहार के जहानाबाद जिले के मखदुमपुर स्थित वाणावर बाबा सिद्धेश्वरनाथ मंदिर में एक भयावह हादसा हुआ। इस घटना में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिनमें पांच महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा, 12 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
‘श्रावण सोमवार को बड़ा हादसा’
घटना की जानकारी के अनुसार, श्रावणी सोमवार के मौके पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ जमा थी। जलाभिषेक के दौरान भक्तों की लंबी कतार लगी हुई थी। सुबह के समय अचानक झटका लगने से कतार टूट गई और भगदड़ मच गई। इस भगदड़ के कारण लोगों में अफरा-तफरी फैल गई और भक्त भागने लगे। भीड़ में घुटन और दबाव के कारण कई लोग गिर पड़े और हादसे का शिकार हो गए।
‘प्रारंभिक जांच और प्रतिक्रिया’
हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया। घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज चल रहा है।
‘घायलों की गवाही’
घायलों में से एक आनंद कुमार उर्फ विशाल ने बताया कि घटना रात करीब एक बजे की है। उस समय मंदिर में जल चढ़ाने वाले भक्तों की भारी भीड़ थी। जल चढ़ाने के लिए जब श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी, तो एक अचानक झड़प और भगदड़ में बदल गई। भगदड़ इतनी भयानक थी कि बाहर निकलने वाले लोग तो बच गए, लेकिन अंदर फंसे लोग मारे गए या घायल हो गए। स्थिति बहुत ही नियंत्रण से बाहर हो गई थी।
‘पुलिस की जांच’
पुलिस अब इस घटना की विस्तृत जांच कर रही है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि भगदड़ का कारण क्या था और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। राहत कार्य जारी है और घायलों को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है।
यह हादसा श्रद्धालुओं और प्रशासन दोनों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि धार्मिक उत्सवों के दौरान भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था को सुधारने की आवश्यकता है।