फिनटेक फर्म भारतपे (Bharatpe’s) के प्रबंध निदेशक अश्नीर ग्रोवर (Bharatpe’s Ashneer Grover) से जुड़ी हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है, बताया जा रहा है की उन्होंने आगामी बोर्ड मीटिंग का एजेंडा मिलने के कुछ देर बाद अपने पद से रिजाइन कर दिया। दरअसल, बोर्ड मीटिंग के एजेंडा में परामर्शदाता फर्म पीडब्ल्यूसी के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, इस्तीफे के बाद भरतपे द्वारा एक बयान जारी किया गया है जिसमें कहा है कि अश्नीर ग्रोवर ने आने वाली बोर्ड बैठक का एजेंडा मिलने के कुछ मिनट बाद भारतपे के प्रबंध निदेशक, साथ ही बोर्ड निदेशक के पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
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बताया जा रहा है कि एजेंडा में उनके आचरण के बारे में पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट को प्रस्तुत करना और उसके आधार पर कार्रवाई करने का विचार किया जा रहा था। बयान में ये भी कहा गया है कि रिपोर्ट के निष्कर्ष के आधार पर बोर्ड के पास कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित है।
त्याग पत्र में कही ये बात –
बड़ी बात ये है कि ग्रोवर ने अपने त्याग पत्र जारी किया है जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि उन्हें एक कंपनी को छोड़ने को कहा गया है। इसके लिए उन्हें मजबूर किया गया है। जिसके वे संस्थापक हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि उन्हें और उनके परिवार को कुछ लोगों द्वारा निराधार मामलों में फंसाया गया है। साथ ही ये लोग न केवल उनकी प्रतिष्ठा को लेकिन कंपनी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार हैं।
ग्रोवर का एक ऑडियो क्लिप पिछले दिनों वायरल हो गया था, जिसमे वे कोटक महिंद्रा बैंक के एक कर्मचारी से फोन पर बात करते हुए आप्पतिजनक भाषा का प्रयोग कर रहें थे। इसके बाद उन पर कार्रवाई भी की गई थी और उन्हें 3 महीने के लिए छुट्टी पर भेज दिया था। इसके अलावा ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर, जो भारतपे की नियंत्रण प्रमुख भी हैं पर भी बड़ी कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया गया है। बता दे, उन पर वित्तीय अनियमितता के बड़े आरोप लगाए गए थे और इसी के चलते उन्हें पद से बर्खास्त किया गया हैं।