मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बैरवा समाज के आराध्य संत श्री बालीनाथ जी महाराज का समाज सुधार, शिक्षा के प्रसार और कुरीतियों को दूर करने में अहम योगदान रहा है। संत श्री बालीनाथ जी महाराज के व्यक्तित्व और कृतित्व को देखते हुए उनके नाम पर राज्य शासन द्वारा पाँच लाख रूपये का पुरस्कार घोषित किया जायेगा। साथ ही उनकी जन्म तथा निर्वाण स्थली राजस्थान के दौसा जिले के ग्राम मंडावरी को मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन यात्रा योजना से जोड़ा जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज इंदौर में संत श्री बालीनाथ जी महाराज की प्रतिमा अनावरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बटन दबाकर इंदौर के मालवा मिल चौराहे पर संत श्री बालीनाथ जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायकगण श्री रमेश मेंदोला, श्री महेन्द्र हार्डिया, श्री आकाश विजयवर्गीय तथा श्रीमती मालिनी गौड़, पूर्व विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता, प्रतिमा निर्माण समिति के श्री गंगाधर जारवाल विशेष रूप से मौजूद थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बैरवा समाज के बंधुओं ने अथक परिश्रम की कमाई में से आर्थिक सहयोग देकर इस प्रतिमा के निर्माण में मदद की है। यह प्रतिमा हमें हमेशा नेक कार्यों की प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने कहा कि संत श्री बालीनाथ जी महाराज अद्भुत संत थे। उनका जन्म राजस्थान के मंडावरी में हुआ था। बचपन से ही उनकी धर्म और आध्यात्म के प्रति रूचि थी। वे भगवान शंकर के उपाशक थे। बचपन में ही उन्होंने गुरु दीक्षा ग्रहण की। नाथ संप्रदाय से उनका जुड़ाव रहा है। उन्होंने जीवन भर भ्रमण कर संकीर्णता तथा कुरीतियों को दूर करने और शिक्षा के प्रसार का कार्य किया है। उन्होंने महिला उत्पीड़न की रोकथाम की दिशा में भी कार्य किया है। उनके कार्यों से पूरा प्रदेश और देश गौरवान्वित है। उनकी प्रतिमा हमें धर्म और आध्यात्म तथा सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने कहा कि बैरवा समाज के स्कूल संचालन में मदद दी जायेगी। लायब्रेरी स्थापना के लिये उन्होंने नगर निगम इंदौर को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि संत श्री बालीनाथ जी महाराज के नाम से प्रतिवर्ष पाँच लाख रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा। यह पुरस्कार शिक्षा के प्रसार, महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने तथा कुरीतियों को दूर करने के क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों और संस्था को दिया जायेगा।
कार्यक्रम को विधायक श्री महेन्द्र हार्डिया ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा के निर्माण से बैरवा समाज की वर्षों पुरानी माँग आज पूरी हुई है। इंदौर एकमात्र ऐसा शहर है, जहां पर संत श्री बालीनाथ जी महाराज की प्रतिमा और उनके नाम पर भव्य द्वार भी है। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रतिमा निर्माण समिति के श्री गंगाधर जारवाल ने स्वागत भाषण दिया।
बैरवा समाज के आराध्य संत श्री बालीनाथ जी महाराज के नाम पर स्थापित होगा पुरस्कार
Piru lal kumbhkaar
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