Bhopal : महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरसा मुंडा के जन्मदिवस पर भोपाल आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मध्यप्रदेश में स्वागत है। राज्य सरकार आदिवासियों के विकास के बजट से करोड़ों रूपये खर्च करके यह आयोजन कर रही है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को प्रदेश के आदिवासी समाज को यह बताना चाहिये कि क्यों मध्यप्रदेश विगत कई वर्षों से देश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के मामलों में शीर्ष पर है। राष्ट्रीय क्राईम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते है कि गत वर्ष 2020 में ही प्रदेश में आदिवासियों के विरूद्ध अपराध के 2401 मामले थानों में दर्ज किये गये है।
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सवा साल का कार्यकाल छोड़ दिया जाये तो विगत 17 वर्षों से प्रदेश में आपके दल की सरकार है। प्रदेश में अनुसूचित जनजाति वर्ग की जनसंख्या अब दो करोड़ के लगभग है। इस समाज की महिलाओं के विरूद्ध दुष्कृत्य के मामले हो या उन पर जानलेवा हमले के मामले हों। प्रदेश में इस वर्ग का लगातार शोषण हो रहा है।
कांग्रेस नेता सिंह ने कहा कि आदिवासी वर्ग पर उत्पीड़न करने वाले लोगों में आपकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल है। कल ही झाबुआ में आपकी पार्टी के मंडल महामंत्री ने एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ कर कुकृत्य का प्रयास किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विधानसभा क्षेत्र में बैतूल जिले के मजदूर विनोद उइके की हत्या कर दी गई थी। यह युवक अपने साथ मजदूरी करने गई समाज की युवतियों को दुष्कृत्य से बचा रहा था।
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भोपाल में एकत्रित किये गये अनुसूचित जन जाति के लोगों को बताना चाहिये कि पन्ना जिले में भाजपा के जिला पदाधिकारी अंकुर त्रिवेदी के परिवार ने हीरालाल गौड़ सहित कई आदिवासी परिवारों की जमीन पर कैसे कब्जा कर रखा है ? यहाँ के आदिवासियों की करोड़ों रूपये कीमत की जमीन अंकुर त्रिवेदी ने किस तरह कौड़ियों में हथिया ली है।
प्रधानमंत्री जी आपकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बी.डी. शर्मा पन्ना-खजुराहो संसदीय क्षेत्र से सांसद है। पन्ना जिले से ही खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह आते है। यहाँ की अजयगढ़ तहसील के अनेक ग्रामों में अनुसूचित जाति, जनजाति सहित गरीब वर्ग के परिवारों की जमीनों पर से करोड़ों रूपये की अवैध रेत चोरी हो रही है। भोपाल में आये आदिवासी परिवारों को बताईये कि आपके मुख्यमंत्री गरीब आदिवासियों का शोषण करने वाले पार्टी पदाधिकारियों और माफियाओं पर कब तक कार्यवाही करेंगे या प्रदेश में गरीब आदिवासियों का शोषण जारी रहेगा।
आपको मैं यह भी बताना चाह रहा हूँ कि इस वर्ष जून 2021 में देवास जिले के नेमावर में आदिवासी परिवारों के 5 सदस्यों की हत्या कर जमीन में दफन कर दिया गया था। मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विशेष अदालत गठित कर 3 माह में फैसला कराते हुए हत्यारों को फांसी दिये जाने की मांग की थी। जिस पर मुख्यमंत्री कोई निर्णय नहीं ले सके। ये उनकी इस वर्ग के प्रति संवेदनशीलता दर्शाता है। मैं समझता हूँ कि भोपाल के इस मंच से आदिवासियों पर हो रहे हमलों पर खेद व्यक्त कर माफी मांगनी चाहिये। इस घटनाक्रम में भी आपकी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल थे।
इसी प्रकार इसी साल अगस्त 2021 में नीमच जिले में दबंगों ने एक आदिवासी युवक को पिकअप से घसीटकर मारडाला। इस तालिबानी हरकत से पूरे प्रदेश के आदिवासियों में आक्रोश भर गया था। मध्यप्रदेश में हर दिन किसी न किसी जिले में आदिवासी कू्ररता का शिकार बन रहे हैं। आदिवासियों को पट्टे पर दी गई जमीनों पर कब्जे नहीं दिये जा रहे है। वन भूमि पर रहने वाले परिवारों को भू-अधिकार के पट्टे नहीं दिये प्रकरण निरस्त कर परेशान किया जा रहा है।
आदिवासी युवाओं को शिक्षा से वंचित करने के लिये जनजाति बाहुल्य जिलों में शिक्षा गारंटी योजना के तहत मेरे कार्यकाल में खोले गये हजारों स्कूल बंद कर दिये है। इस वर्ग के युवाओं के रोजगार के लिये प्रारंभ की गई योजनाएं बंद कर दी गई है। बेकलाग के हजारों पद आज भी नहीं भरे गये हैं। आदिवासी वित्त विकास निगम का बजट हर साल कम किया जा रहा है।
माननीय प्रधानमंत्री जी आपके संबोधन को सुनने के लिये सैंकड़ों किलोमीटर की दूरी से जिन आदिवासी भाईयों को लाया जा रहा है। उनके विकास के लिये आदिवासी उप-योजना मद का करोड़ों रूपया खर्च किया जा रहा है। यह बजट प्रदेश के आदिवासियों की संस्कृति के विकास के साथ-साथ देव स्थानों पर सामाजिक कार्यक्रमों पर व्यय किया जाना था।
यह पूरा कार्यक्रम शासकीय न होकर भारतीय जनता पार्टी के राजनैतिक लाभ के लिये किया जा रहा है। गत वर्ष आपकी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर 2300 करोड़ रूपये से अधिक का चंदा मिला था। इस कार्यक्रम पर आपकी पार्टी को चंदे से खर्च करना चाहिये था। यह प्रदेश के करीब दो करोड़ आदिवासियों के साथ धोखा है। उनके हक के पैसे से भाजपा का प्रचार उचित नहीं है।
सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर रहने वाले जनजाति समाज के अनेक नायकों ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। प्रदेश के विकास में भी आदिवासी वर्ग की महती भूमिका है। लेकिन आज प्रदेश में आदिवासी समाज के अधिकांश लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने के लिये मजबूर हैं। मेरा आपसे अनुरोध है कि आज प्रदेश के सभी जिलों से आये आदिवासी भाईयों के सामने इस वर्ग पर प्रदेश में हो रहे अत्याचार के मामलों में माफी मांगनी चाहियें।